Bitcoin के लिए बुधवार का दिन खत्म होते-होते हालात बदतर हो गए। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में चल रही मंदी के साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की गिरती कीमत ने एक साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। ट्रेडिंग क्लोज होने के समय तक बिटकॉइन $30,000 (लगभग 23.2 लाख रुपये) से नीचे गिरकर $28,228 (लगभग 21.8 लाख रुपये) पर पहुंच गया। प्राइस में आई इस गिरावट ने दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत को एक साल पीछे धकेल दिया और इसकी कीमत उसी लेवल पर जा पहुंची जो कि 4 जनवरी 2021 को थी।
बुधवार को 8 बजकर 50 मिनट (UST) पर
बिटकॉइन की कीमत 29000 डॉलर (लगभग 22.4 लाख रुपये) से गिरकर $28,228 (लगभग 21.8 लाख रुपये) पर पहुंच गई। गुरूवार को गिरावट का सिलसिला जारी रखते हुए बिटकॉइन ने ट्रेड ओपनिंग 23.9 लाख रुपये से की जो कि पिछले 24 घंटों में 8 प्रतिशत की गिरावट है। खबर लिखने के समय तक भारतीय एक्सचेंज कॉइन स्विच कुबेर पर बिटकॉइन की कीमत 30,948 डॉलर (लगभग 23.94 लाख रुपये) पर थी। Coinbase, CoinMarketCap, Binance जैसे ग्लोबल एक्सचेंज्स पर भी इसकी कीमत में आज अच्छी खासी गिरावट आई है। Coinbase पर बिटकॉइन में 8.71 प्रतिशत की गिरावट आई है। CoinMarketCap पर गिरावट का ये प्रतिशत 8.34 रहा और Binance पर दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 8.06 प्रतिशत नीचे लुढ़क गई।
बिटकॉइन के साथ ही बाकी क्रिप्टोकरेंसी के लिए भी अच्छी खबर नहीं है। इथेरियम में बिटकॉइन से भी बड़ी गिरावट दर्ज हुई है। बिटकॉइन में आई गिरावट के प्रतिशत से
ईथर की गिरावट प्रतिशत का आंकड़ा दोगुना हो गया है। खबर लिखने के समय भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर ईथर की कीमत 1.69 लाख रुपये पर थी जो कि पिछले 24 घंटों में 14 प्रतिशत की गिरावट है। स्टेबल कॉइन्स को छोड़ दें तो बाकी सभी ऑल्टकॉइन्स में आज भारी गिरावट आई है।
Avalanche टोकन में गिरावट का आंकड़ा सबसे ज्यादा रहा जो पिछले 24 घंटों में 32 प्रतिशत नीचे आ गया है। इसके अलावा
Solana में भी 28 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है। गैजेट्स 360
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर बताता है कि सभी पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स लाल रंग में है और लगभग सभी में 23-28 प्रतिशत की गिरावट है।
डॉजकॉइन की कीमत में 24 प्रतिशत का नुकसान है और
शिबा इनु में 28.4 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। खबर लिखने के समय तक भारत में डॉजकॉइन की कीमत ₹ 6.93 रुपये पर ट्रेड कर रही थी। क्रिप्टो मार्केट में आई इस भारी गिरावट ने एक बार फिर मार्केट से जुड़े जोखिम को उजागर कर दिया है।