अमेरिका में मजबूत इकोनॉमिक डेटा आने के बाद क्रिप्टो मार्केट में गिरावट है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस गुरुवार को लगभग तीन प्रतिशत घटकर 92,900 डॉलर से कुछ अधिक पर था। अमेरिका में इकोनॉमी मजबूत होने के संकेत मिलने के बाद फेडरल रिजर्व रेट कट से पीछे हट सकता है।
इस रिपोर्ट को लिखे जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस 92,984 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस दो प्रतिशत से अधिक गिरकर लगभग 3,381 डॉलर पर था। इसके अलावा Solana, XRP, Cardano और Stellar जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान था। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि बिटकॉइन में मंदी के संकेत हैं। यह लगभग 90,000 डॉलर के लेवल पर कंसॉलिडेट हो सकता है। इस लेवल को तोड़ने पर बिटकॉइन में भारी गिरावट की आशंका है।
हालांकि, लंबी अवधि में
बिटकॉइन के लिए संभावना बरकरार है। क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी लगभग 56 प्रतिशत की है। इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी भी बढ़ रही है। एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बनाने वाली MicroStrategy ने दिसंबर के अंत में लगातार आठवें सप्ताह में बिटकॉइन की बड़ी संख्या में खरीदारी की थी। यह बिटकॉइन की सबसे अधिक होल्डिंग रखने वाली कंपनी है। माइक्रोस्ट्रैटेजी के पास लगभग 4,46,000 बिटकॉइन हैं। हाल ही में इस कंपनी ने बताया था कि वह इस वर्ष अधिक शेयर्स इश्यू कर बिटकॉइन खरीद सकती है। हालांकि, माइक्रोस्ट्रैटेजी के शेयर्स की बिक्री कर बिटकॉइन खरीदने की स्ट्रैटेजी पर सवाल भी उठे हैं।
अमेरिका में जल्द प्रेसिडेंट का कार्यभार संभालने जा रहे Donald Trump ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, Federal Reserve का कहना है कि उसका बिटकॉइन का बड़ा स्टॉक बनाने की आगामी सरकार की योजना में शामिल होने का इरादा नहीं है। बिटकॉइन का इस्तेमाल रूस की कंपनियां विदेश से कारोबार में कर रही हैं। रूस ने कानून में बदलाव कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। रूस के प्रेसिडेंट Vladimir Putin ने कहा था कि अमेरिका की सरकार अमेरिकी डॉलर का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर इसकी भूमिका को घटा रही है। इस वजह से बहुत से देशों को अन्य एसेट्स का रुख करना पड़ रहा है।