मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को इस सप्ताह में पहली बार तेजी रही। यह 0.43 प्रतिशत बढ़कर 26,355 डॉलर पर था। क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन के जल्द 30,000 डॉलर पर पहुंचने की अटकल है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके लिए सपोर्ट लेवल 26,000 डॉलर का है और इसमें तेजी के लिए इसका बरकरार रहना जरूरी है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 0.73 प्रतिशत तेजी थी। इसका 1,604 डॉलर का था। इसका
प्राइस एक दिन में लगभग 13 डॉलर चढ़ा है। इसके अलावा Bitcoin Cash, Chainlink, Stellar, Monero, Binance USD, Bitcoin SV और Solana के प्राइस भी बढ़े हैं। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Tether, Binance Coin, Ripple, Cardano, and Tron, Polkadot, Polygon और Litecoin शामिल थी।
CoinSwitch Markets Desk के सीनियर मैनेजर, Shubham Hudda ने Gadgets 360 को बताया, "पिछले 15 दिनों में Chainlink टोकन में लगभग 30 प्रतिशत की तेजी आई है क्योंकि इसका क्रिप्टो इवेंट SmartCon जल्द ही स्पेन के बार्सिलोना में होने वाला है।" बैंकरप्ट FTX एक्सचेंज को हाल ही में अपने 3.4 अरब डॉलर से अधिक के क्रिप्टो एसेट्स बेचने की कोर्ट से अनुमति मिली थी। इससे मार्केट में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा प्राइसेज में पहले ही इसके असर को शामिल किया गया है। FTX के पास Solana में बड़ी होल्डिंग है लेकिन इनमें से अधिकतर स्टेक्ड है और बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है।
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी क्रिप्टो मार्केट को झटका लगा था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बनाए रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। भारत की G20 अध्यक्षता के हिस्से के तहत टॉप एजेंडों में क्रिप्टोकरेंसीज का रेगुलेशन भी शामिल था। मोदी का कहना था कि क्रिप्टो के लिए वैश्विक सहमति से रूल्स बनाए जाने चाहिए जो सभी देशों के लिए समान हों।