मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस में सोमवार को 0.41 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 37,079 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। बिटकॉइन की वैल्यू वीकेंड पर 309 डॉलर बढ़ी है। इस महीने यह इसका उच्च स्तर है। पिछले कुछ सप्ताह से बिटकॉइन में तेजी है।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 0.15 प्रतिशत बढ़कर 2,049 डॉलर पर था। हालांकि, वीकेंड पर इसका प्राइस 66 डॉलर घटा है। तेजी वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Avalanche, Tether, Ripple, Cardano, Tron, Chainlink, Litecoin और Polygon शामिल थी। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.45 प्रतिशत बढञकर 1.42 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets360 को बताया, "Blackrock की स्पॉट ETF फाइलिंग के बाद बिटकॉइन में लगातार चौथे सप्ताह तेजी है। हालांकि, यह अभी तक के अपने उच्च स्तर से आधे से कुछ अधिक पर है। बिटकॉइन स्पॉट ETF के लिए स्वीकृति मिलने की संभावना की वजह से पिछले कुछ सप्ताह से इसका प्राइस 40 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। मार्केट से जुड़े लोगों को इसके 40,000 डॉलर पर पहुंचने का इंतजार है।"
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा है।
कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। RBI का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई मजबूत वैल्यू नहीं जुड़ी और इस वजह से इस पर बैन लगाना चाहिए। कुछ देशों में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है। इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनने से इनवेस्टर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी हो सकती है। अमेरिका में भी क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर कार्य किया जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसीज के लिए यह एक बड़ा मार्केट है।