क्रिप्टोकरेंसी एक्टिविटी पर चीन के बैन लगाने के बाद एक सप्ताह से अधिक समय तक बाजार में अस्थिरता बनी रही। अब इसके बाद मंगलवार को बिटकॉइन की कीमत 4.35 प्रतिशत बढ़ गई। दुनिया की सबसे कीमती क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में 38,15,086 रुपये (लगभग 51,160 डॉलर) पर ट्रेड कर रही है। 22 अगस्त, 2021 के बाद यह पहली बार है जब बिटकॉइन 50,000 डॉलर का आंकड़ा पार करने में कामयाब हुआ है। क्रिप्टोकरेंसी ने इस सप्ताह की शुरुआत में ही पॉजीटिव रिकवरी रिजल्ट दिखाना शुरू कर दिया था। सोमवार, 4 अक्टूबर को बिटकॉइन 36,53,453 रुपये (लगभग 49,285 डॉलर) पर ओपन हुआ था।
Gadget 360 के
cryptocurrency price tracker में अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी में ग्रीन कलर ही हावी रहा और ईथर ने भी बढ़त दर्ज की। इसमें 0.84 प्रतिशत की मामूली बढ़त हुई और यह 2,61,161 रुपये (लगभग 3,502 डॉलर) पर ओपन हुआ। इथेरियम ब्लॉकचेन-आधारित यह क्रिप्टोकरेंसी भी मार्केट की लहरों का शिकार हो गई और पिछले सप्ताह इसने बढ़त की बजाय गिरावट ज्यादा बार दर्ज की थी। उदाहरण के लिए, एक दिन पहले
ईथर की कीमत में 2.16 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी।
मीम आधारित क्रिप्टोकरेंसी
Dogecoin ने अपना ट्रेड हल्की बढ़त के साथ शुरू किया और यह 11.19% की बढ़ोत्तरी के साथ अब 18.60 रुपये (लगभग 0.25 डॉलर) पर ट्रेड कर रही है।
"नया सप्ताह क्रिप्टोकरेंसी बाजार में तेजी के साथ शुरू हुआ। पिछले 24 घंटों में अधिकांश टॉप क्रिप्टोकरेंसी का एक स्टेबल सेशन था। कुल ट्रेड वॉल्यूम में लगातार वृद्धि के साथ स्टेबिलिटी जाहिर तौर पर मार्केट के लिए एक पॉजीटिव संकेत है।” क्रिप्टो-इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Mudrex के सीईओ और को-फाउंडर एडुल पटेल ने गैजेट्स 360 को बताया।
पूर्व NSA व्हिसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन के अनुसार, क्रिप्टो-एक्टिविटी पर चीन के बैन ने बिटकॉइन को मजबूत बना दिया। बिटकॉइन फैन्स को उम्मीद थी कि चीन के क्रिप्टो-क्रैकडाउन के बाद क्रिप्टोकरेंसी जल्द ही ठीक हो जाएगी। अब वे वर्तमान के आंकड़ों से सही साबित भी हुए हैं।
इस बीच हाल के दिनों में दुनिया के कई हिस्सों में बिटकॉइन का गर्मजोशी से स्वागत किया गया है।
इससे पहले सितंबर में, मध्य अमेरिकी देश अल साल्वाडोर ने बिटकॉइन को अमेरिकी डॉलर के साथ एक लीगल टेंडर बना दिया था - जो कि देश की ऑफिशिअल करेंसी है।
यूएस के मियामी शहर ने अपना पहला देशी क्रिप्टो कॉइन भी जारी किया जिसे "MiamiCoin" कहा जाता है। यह बिटकॉइन टेक्नोलॉजी पर आधारित है।