मार्केट वैल्यू में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में शुक्रवार को 0.18 प्रतिशत का नुकसान था। इसका प्राइस लगभग 67,034 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले कुछ सप्ताह में इसका प्राइस 70,400 डॉलर तक जा सकता है। इस महीने की शुरुआत में इसने लगभग 73,700 डॉलर का हाई बनाया था।
Ether में 0.86 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 3,390 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Solana, Ripple, Tron, Polkadot, Cronos और Litecoin के प्राइस बढ़े हैं। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Tether, Binance Coin, USD Coin और Cardano शामिल थे। पिछले एक दिन में
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.58 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.65 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन और Ether में कुछ वोलैटिलिटी हो सकती है क्योंकि 15 अरब डॉलर के ऑप्शंस समाप्त होने वाले हैं।" क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने कहा, "मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से 10 सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में पिछले एक दिन में तेजी रही है।" अमेरिका में क्रिप्टो एक्सचेंज FTX से जुड़े अरबों डॉलर के फ्रॉड में इसके CEO, Sam Bankman Fried को 25 वर्षों की कैद की सजा दी गई है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। हाल ही में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता है। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण का कहना था, "सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स को ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" हालांकि, इससे पहले कैपिटल मार्केट रेगुलेटर
SEBI ने कहा था कि ट्रांजैक्शंस में आसानी की वजह से स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टो सेगमेंट की ओर हो सकता है। अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में तेजी आई थी।