मार्केट वैल्यू में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने शुक्रवार को 34,000 डॉलर से अधिक का लेवल बरकरार रखा। हालांकि, इसमें लगभग 1.91 प्रतिशत की गिरावट थी। बिटकॉइन का प्राइस 34,022 डॉलर पर था। इस सप्ताह बिटकॉइन के प्राइस में काफी तेजी रही है। अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से बिटकॉइन ETF के लिए स्वीकृति मिलने की संभावना से इसमें खरीदारी बढ़ी है।
Ether में भी गिरावट थी। इसका प्राइस घटकर लगभग 1,790 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Tether, Binance Coin, Solana, Cardano, Chainlink, Polygon, Polkadot और Litecoin के प्राइसेज भी घटे हैं। प्रॉफिट वाली
क्रिप्टोकरेंसीज में Ardor, USD Coin, Binance USD और Near Protocol शामिल थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.38 प्रतिशत घटकर लगभग 1.25 लाख करोड़ डॉलर पर था।
CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन में आठ दिन की तेजी के बाद कुछ गिरावट दिख रही है। क्रिप्टो मार्केट भी ऐसी ही प्रतिक्रिया दे रहा है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से टॉप 20 क्रिप्टोकरेंसीज में कुछ गिरावट है।" CoinDCX की रिसर्च टीम ने कहा, "अमेरिका में तीसरी तिमाही में GDP 4.9 प्रतिशत की दर से बढ़ा है और इसने 4.7 प्रतिशत के अनुमान को पार किया है। इकोनॉमी का मजबूत प्रदर्शन एक अच्छा संकेत है। बिटकॉइन में तेजी दिख रही है, जबकि अमेरिकी स्टॉक मार्केट में गिरावट है।"
बिटकॉइन ने लगभग दो वर्ष पहले लगभग 67,600 डॉलर का हाई लेवल बनाया था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए
रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की मांग भी की गई थी। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे क्रिप्टो मार्केट में स्कैम के मामलों पर लगाम लग सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी मजबूत हो सकता है।