Bitcoin की कीमत में बीते वीकेंड बढ़त देखने को मिली। यह क्रिप्टोकरेंसी उस वक्त 48,000 डॉलर (लगभग 35 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रही थी। सोमवार, 4 अक्टूबर को, बिटकॉइन 1.96 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ खुला। मामूली गिरावट के बावजूद, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 36,53,453 रुपये (लगभग 49,285 डॉलर) पर कारोबार कर रही है। क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटी आदि पर चीन की हालिया कार्रवाई के बाद, बिटकॉइन की कीमत में अन्य क्रिप्टोकरेंसी के मुकाबले पिछले सप्ताह बड़े उतार-चढ़ाव देखे गए। हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने क्रिप्टोकरेंसी सेक्टर को फिर से यह विश्वास दिलाया कि सेंट्रल बैंक का डिजिटल करेंसी पर बैन लगाने का कोई इरादा नहीं है। जिसके चलते क्रिप्टो प्राइसेज में एक बार फिर से बढ़त देखने को मिली।
Ether में भी सोमवार को कम ओपनिंग देखी गई। 2.16 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करते हुए - इथेरियम ब्लॉकचेन पर आधारित क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में Gadgets 360
cryptocurrency price tracker के अनुसार 2,59,219 रुपये (लगभग 3,496 डॉलर) पर कारोबार कर रही है।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में पिछले सप्ताह के ज्यादातर दिनों में एक्सचेंज प्राइस में गिरावट देखी गई। शुक्रवार, 1 अक्टूबर को, altcoin एक और निचले स्तर के साथ खुला था - जब यह लगभग 2,36,255 रुपये (लगभग 3,179 डॉलर) पर ट्रेड कर रहा था। यहां ये भी बताना जरूरी है कि ईथर ने अपनी ऑवरऑल वैल्यू में बढ़ोत्तरी की है जो वीकेंड में लगभग 300 डॉलर (लगभग 22 हजार रुपये) की बढ़त थी।
Cardano, Tether, Ripple और Polkadot आदि में हल्की गिरावट दर्ज की गई। केवल कुछ ही क्रिप्टोकरेंसी रहीं जिन्होंने सप्ताह की ओपनिंग हल्की बढ़त के साथ की। इनमें EOS, Shiba Inu, Neo और Bitcoin SV आदि शामिल हैं।
इसी बीच चीन जहां क्रिप्टो-एक्टिविटी को अपराध घोषित कर चुका है वहीं अल सल्वाडोर, मियामी, यूएस जैसे देश क्रिप्टो क्षेत्र को मजबूती देने में लगे हैं। इस खींचतान में क्रिप्टो मार्केट सितम्बर महीने में ऊपर नीचे होती रही।
हालाँकि, ज्यादातर देश इन गैर-रेगुलेटेड और डीसेंट्रेलाइज्ड क्रिप्टो- ऐसेट्स के फंक्शन्स के बारे में चर्चा को बढ़ावा दे रहे हैं।
उदाहरण के लिए, यूएस फेडरल रिजर्व को डिजिटल डॉलर बनाने के लिए जाना जाता है, ऐसा FullyCrypto.com की एक रिपोर्ट में हाल ही में कहा गया है।
पिछले हफ्ते, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को मिटाया नहीं जा सकता है। ये यहां पर हमेशा के लिए रहेगी। तो दूसरी ओर वेंचर कैपिटेलिस्ट चमथ पालीहिपतिया ने कहा कि
बिटकॉइन ने जरूरी तौर पर मॉडर्न समय में सोने की जगह ले ली है।