क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में आज गिरावट देखने को मिली। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के साथ-साथ Ether में भी गिरावट दर्ज की गई है। ग्लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन की कीमत में 2 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह लगभग 43,000 डॉलर (लगभग 31.98 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रहा है। वहीं, भारतीय एक्सचेंज जैसे CoinSwitch Kuber पर Bitcoin क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 46,000 डॉलर (लगभग 34.2 लाख रुपये) के करीब चल रही है। Bitcoin की कीमत में बीते सप्ताह एक स्थिरता देखने को मिली जब इसकी कीमत 31 लाख रुपये के आसपास मंडराती रही। इसमें हल्के उतार चढ़ाव आते रहे लेकिन कोई बड़ी गिरावट या लाभ इस क्रिप्टोकरेंसी ने दर्ज नहीं किया। हालांकि, 2022 की शुरुआत से देखें तो बिटकॉइन अभी तक 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज कर चुका है।
गिरावट दर्ज करने वाली क्रिप्टोकरेंसी की लिस्ट में दूसरा नाम
ईथर का रहा। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में 1.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। वर्तमान में ग्लोबल एक्सचेंजों पर ईथर की कीमत 3,299 डॉलर (लगभग 2.45 लाख रुपये) चल रही है। भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में 2,66,485 रुपये पर ट्रेड कर रही है। बिटकॉइन और ईथर के अलावा दूसरी पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी भी गैजेट्स 360
क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर में लुढ़की हुई दिखाई दीं। गिरावट दर्ज करने वाले कॉइन्स में
USD Coin,
Tether,
Polygon, Litecoin और Bitcoin Cash का नाम भी रहा।
मीम आधारित क्रिप्टोकरेंसी डॉजकॉइन और
शिबा इनु में भी गिरावट आई है। शिबा इनु में 2.08 प्रतिशत की गिरावट देखी गई जबकि डॉजकॉइन में 4.26 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। खबर लिखने के समय भारत में
डॉजकॉइन की कीमत 14.60 रुपये पर चल रही थी। वर्तमान में शिबा इनु भारत में 0.002449 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
इसके अलावा
Cardano,
Ripple,
Polkadot,
Uniswap और Tron आदि कुछ ऐसी क्रिप्टोकरेंसी रहीं जिनकी कीमत में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। कार्डानो में 9.78 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है और वर्तमान में यह भारत में 112.7 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। Solana में भी 2.4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। खबर लिखने के समय पर भारत में सोलाना 12,006 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप में 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। क्रिप्टो टोकनों की कीमत में फिलहाल बहुत बड़ा उतार चढ़ाव नहीं देखा जा रहा है और क्रिप्टोकरेंसी बाजार लगभग स्थिर दिखाई दे रहा है। क्रिप्टो एक्सपर्ट्स का कहना है कि विश्वभर में कोरोना महामारी के चलते डिजिटल करेंसी की कीमतों में बहुत अधिक बढ़ोत्तरी की उम्मीद अभी नहीं की जा सकती है।