क्रिप्टो मार्केट में गुरुवार को बहुत सी क्रिप्टोकरेंसीज में नुकसान था। मार्केट प्राइस के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में 2.28 प्रतिशत की गिरावट थी। इसका प्राइस 42,000 डॉलर से कुछ अधिक पर ट्रेड कर रहा था। अमेरिका में फेडरल रिजर्व की ओर से इंटरेस्ट रेट्स को बरकरार रखने की वजह से इस मार्केट में सेंटीमेंट कमजोर हुआ है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether का प्राइस 3.78 प्रतिशत घटकर लगभग 2,258 डॉलर पर था। इसके अलावा Cardano, Polkadot, Chainlink, Polygon, Binance Coin, Solana, Ripple और Tether में भी नुकसान था। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 8.35 प्रतिशत कम होकर लगभग 1.51 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म CoinDCX की रिपोर्ट में बताया गया है, "बिटकॉइन एक रेंज में ट्रेड कर रहा है। क्रिप्टो मार्केट में इसकी हिस्सेदारी बढ़ने से अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में गिरावट है। मार्केट सेंटीमेंट पर ETF के जरिए फंड के मूवमेंट का असर पड़ा है।" क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने Gadgets360 से कहा, "फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट्स को बरकरार रखने के फैसले से बिटकॉइन की वैल्यू में कमी हुई है। इसमें तेजी का अगला कारण अधिक डिमांड और बिटकॉइन ETF के कारण सप्लाई में कमी हो सकता है।"
पिछले वर्ष
बिटकॉइन के जरिए पेमेंट लेने वाले वेंडर्स और कारोबारियों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, पिछले वर्ष बिटकॉइन के प्राइस में भारी गिरावट आई थी। इसके पीछे क्रिप्टो से जुड़ी बहुत सी फर्मों का दिवालिया होना बड़ा कारण था। पिछले वर्ष के अंत में बिटकॉइन का प्राइस 42,000 डॉलर से अधिक का था। पेमेंट के तौर पर बिटकॉइन को स्वीकार करने वाले कारोबारियों को ट्रैक करने वाले BTC Map से पता चलता है कि पिछले वर्ष के अंत में इन कारोबारियों की संख्या बढ़कर 6,126 पर पहुंच गई। इनमें रेस्टोरेंट, बार, दुकानें और सर्विसेज शामिल हैं। पिछले वर्ष की शुरुआत में इन कारोबारियों की संख्या 2,207 थी। BTC Map ऐसे रीजंस की पहचान करता है जहां प्रति दिन की ट्रांजैक्शंस के लिए खरीदार और मर्चेंट्स बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं। अमेरिका और यूरोप में ऐसे रीजंस की संख्या अधिक है। इटली में बिटकॉइन को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करने वाले कारोबारियों की संख्या 1,000 से ज्यादा और दक्षिण अफ्रीका में लगभग 380 की थी। कई देशों में रेगुलेटरी चुनौतियां कम होने के साथ इन कारोबारियों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।