Bitcoin की कीमत गुरूवार के दिन हल्की नीचे आ गई। जबकि बुधवार को Bitcoin ETF न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लॉन्च हो गया था और इसकी कीमत 50 लाख रुपये के पार पहुंच गई थी। उम्मीद की जा रही थी कि दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत अब अधिक तेजी से ग्रोथ ग्राफ को ऊपर लेकर जाएगी, मगर ऐसा नहीं हुआ।
बुधवार को रिकॉर्ड 67,016 डॉलर (करीब 50 लाख रुपये) तक पहुंचने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी 1.3% गिरकर 65,184 डॉलर (करीब 48.8 लाख रुपये) पर आ गई थी, लेकिन अभी भी यह अप्रैल महीने के पिछले रिकॉर्ड 64,895 डॉलर (लगभग 48.6 लाख रुपये) के लेवल से ऊपर थी।
सिंगापुर स्थित Stack Funds के सीओओ मैट डिब ने कहा, "हमें लगता है कि यह और बढ़ जाएगा और हम इस साल के अंत तक 80 या 90,000 तक आसानी से पहुंच सकते हैं, लेकिन यह बिना अस्थिरता के नहीं होगा।"
पिछले कुछ दिनों में ट्रेडर्स ने बिटकॉइन फ्यूचर्स खरीदने के लिए उधार लेने के लिए हाई रेट पेमेंट करना शुरू कर दिया था, "और यह एक संकेत है कि कीमत नीचे जा सकती है, और एक पुलबैक हो सकता है।"
भारत में बिटकॉइन की कीमत यह खबर लिखने के समय 48.5 लाख रुपये पर थी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ट्रेडर्स बिटकॉइन से बाहर निकलेंगे और प्रमुख 'ऑल्टकॉइन्स' - अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरफ बढेंगे।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर 1 प्रतिशत बढ़कर 4,203 डॉलर (लगभग 3.1 लाख रुपये) पर पहुंच गई और छोटे टोकनों में भी काफी लाभ हुआ।
भारत में ईथर की कीमत यह खबर लिखने तक 3.2 लाख रुपये थी।
मार्केट प्लेयर्स का कहना है कि खरीदारी की लेटेस्ट वेव को पहले यूएस बिटकॉइन फ्यूचर्स-आधारित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के लॉन्च का सपोर्ट मिला है, जिसमें निवेशकों ने शर्त लगाई कि यह रीटेल और इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स दोनों ही से अधिक निवेश का रास्ता खोलेगा।
मौजूदा बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड और प्रोडक्ट्स में सितंबर के बाद से तेज फ्लो देखा गया है। लंदन स्थित CryptoCompare के डेटा से पता चलता है कि बिटकॉइन फंड में एवरेज वीकली फ्लो अक्टूबर में कुल 121.1 मिलियन डॉलर (लगभग 910 करोड़ रुपये) रहा, जो एक महीने पहले के 31.2 मिलियन डॉलर (लगभग 230 करोड़ रुपये) से अधिक था। सितंबर से पहले के तीन महीनों में मई और जून में बिटकॉइन के भारी नुकसान के बाद आउटफ्लो देखा गया था।