क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार में एक बड़ी खबर शुक्रवार को आई, जहां न्यूज़ एजेंसी के हवाले से यह पता चला है कि चीन के केंद्रीय बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन (Cryptocurrency trading) को अवैध ठहराया है। क्रिप्टोकरेंसी पर लगाम लगाने के लिए बैंक ने नए नियम भी जारी किए हैं। केंद्रीय बैंक ने सभी विदेशी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को इंटरनेट के जरिए चीनी निवेशकों को सर्विस देने से प्रतिबंधित (बैन) कर दिया है। चीन के केंद्रिय बैंक - पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (People's Bank of China) द्वारा बनाए गए नए नियम वित्तीय संस्थानों, पेमेंट कंपनियों और इंटरनेट फर्मों को क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने से वंचित कर देंगे। आप इसे चीन में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग के युग का अंतिम समय भी कह सकते हैं।
न्यूज़ एसेंजी Agence France-Presse के अनुसार, चीन के केंद्रिय बैंक PBOC ने वित्तीय संस्थानों, पेमेंट कंपनियों और इंटरनेट फर्मों को क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने से बैन कर दिया है और क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन को अवैध ठहराया है। यह इस तरह का पहला मौका नहीं है, जब चीन में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इतना बड़ा फैसला लिया गया है। इस साल मई में चीन की स्टेट काउंसिल वित्तीय जोखिमों पर रोक लगाने के नाम पर Bitcoin माइनिंग और ट्रेडिंग पर प्रतिबद्धता जताई थी। केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के साथ-साथ बैंकिंग और विदेशी करेंसी नियामकों समेत दस चीनी सरकारी एजेंसियों ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि वे क्रिप्टोकरेंसी के सट्टा व्यापार पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई को बनाए रखेंगे और मिलकर काम करेंगे।
चीन द्वारा जारी नए-नए नियमों के कारण Bitcoin सहित अन्य क्रिप्टोकरेंसी के ग्लोबल प्राइस में पिछले कुछ समय में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। खबर लिखने तक भारत में
बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price in India) तक 33.7 लाख रुपये थी। चीन की इस लेटेस्ट कार्रवाई के बाद शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमत में गिरावट देखने को मिली है।
Bitcoin, जो इस घोषणा से पहले ही गिर रहा था, घोषणा के बाद 6.0 प्रतिशत तक गिरकर 42,256 डॉलर पर आ गया था।
हाल ही में भारत के केंद्रीय बैंक ने भी क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन पर चिंता जताई थी। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि केंद्रीय बैंक Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बेहद चिंतित है।