क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी का संकेत मिल रहा है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने छह सप्ताह में पहली बार 30,000 डॉलर का लेवल पार किया है। इसका प्राइस 30,248 डॉलर पर था। अमेरिका में लगातार इंटरेस्ट रेट बढ़ने और मार्केट पर प्रेशर के कारण इसके प्राइस में भारी गिरावट आई थी। पिछले एक दिन में बिटकॉइन का प्राइस 1,578 डॉलर चढ़ा है।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 5.75 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 1,915 डॉलर पर था। मार्केट में तेजी के बीच अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में उछाल आया है। Binance Coin, Ripple, Cardano, Solana, Tron और Litecoin के साथ ही Avalanche, Polygon और Polkadot में भी तेजी थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो मार्केट का वैल्यूएशन लगभग 4.65 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.18 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है।
CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने Gadgets 360 को बताया, "मार्केट में इस तेजी के पीछे बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस का क्रिप्टोकरेंसीज में दिलचस्पी लेना है। BlackRock ने बिटकॉइन ETF के लिए फाइलिंग की है और Deutsche Bank ने क्रिप्टो कस्टडी सर्विसेज देने के लिए लाइसेंस मांगा है। इस मार्केट्स में पॉजिटिव ट्रेंड है।" क्रिप्टो मार्केट में तेजी के बारे में CoinDCX की रिसर्च टीम ने कहा, "बिटकॉइन की हिस्सेदारी दो वर्षों में पहली बार 50 प्रतिशत पर पहुंची है और बहुत से ऑल्टकॉइन्स से बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट किया जा रहा है। नए एक्सचेंज EDX Markets के शुरू होने का भी क्रिप्टोकरेंसीज को फायदा मिल सकता है।"
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी इस मार्केट को झटका लगा था। इससे इस सेगमेंट से जुड़ी कई फर्मों की स्थिति बहुत कमजोर हुई है। बहुत से देशों में क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं। इससे क्रिप्टो मार्केट पर इनवेस्टर्स का विश्वास बढ़ने की संभावना है।
बिटकॉइन ने एक महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ा है। इससे पॉजिटिव ट्रेंड का संकेत मिल रहा है। अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी नहीं होने और बिटकॉइन में तेजी जारी रहने पर इस सेगमेंट में इनवेस्टर्स की संख्या बढ़ सकती है।