क्रिप्टोकरेंसी सेक्टर के लिए अप्रैल का महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहा। अब मई में ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसीज ने अपनी कीमतों में मुनाफे का संकेत दिया है। इंडियन एक्सचेंज- कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार, 2 मई को बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतें 0.87 फीसदी बढ़कर 41,262 डॉलर (लगभग 31.5 लाख रुपये) तक पहुंच गईं। अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर भी बिटकॉइन ने मुनाफा देखा है। बिनेंस और कॉइनबेस के अनुसार, BTC की कीमत 1.60 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 38,727 डॉलर (लगभग 29.5 लाख रुपये) पर पहुंच गई है। अप्रैल के आखिर में बिटकॉइन का मूल्य 40,000 डॉलर (लगभग 30.5 लाख रुपये) से नीचे चला गया था।
भारत में
बिटकॉइन के मुकाबले ईथर (
Ether) ने ज्यादा फायदा देखा है। गैजेट्स 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, 1.08 फीसदी के लाभ के साथ ETH का मूल्य 3,074 डॉलर (लगभग 2.35 लाख रुपये) है। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर ETH की वैल्यू 2.25 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है। इसकी कीमत लगभग 2,838 डॉलर (लगभग 2.15 लाख रुपये) हो गई है। दुनिया की दूसरी सबसे कीमती क्रिप्टोकरेंसी 3,800 डॉलर (लगभग 3 लाख रुपये) के अपने पिछले हाई मार्क से बहुत दूर है। ईथर ने यह रिकॉर्ड पिछले साल बनाया था।
Binance USD,
Cosmos और
ZCash को छोड़ दें, तो ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है।
Binance Coin,
USD Coin, Solana, Ripple और Cardano को भी फायदा हुआ है। कई दिनों तक घाटे में रहने के बाद
डॉजकॉइन और शीबा इनु ने भी मुनाफा कमाया है।
दूसरी ओर, क्रिप्टो इंडस्ट्री का कुल मार्केट कैप अप्रैल के आखिर में गिर गया। CoinMarketCap के
अनुसार, वर्तमान में क्रिप्टो मार्केट कैप 1.75 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,33,96,199 करोड़ रुपये) है। 28 अप्रैल को यह आंकड़ा 1.80 ट्रिलियन डॉलर (करीब 1,37,88,016 करोड़ रुपये) था। मार्च महीने में ओवरऑल क्रिप्टो इंडस्ट्री का मार्केट कैप साल 2022 में पहली बार 2 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,52,39,826 करोड़ रुपये) के मार्क को छू गया था।
यूक्रेन-रूस युद्ध, चीन में COVID-19 की चौथी लहर अमेरिकी मार्केट में छाई अनिश्चितता से क्रिप्टो निवेश में काफी कमी आई है। हालांकि संस्थागत निवेश क्रिप्टोकरेंसी में जारी है। उदाहरण के लिए- पिछले हफ्ते, ड्रैगनफ्लाई कैपिटल ने क्रिप्टोकरेंसी फर्मों और प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट देने के लिए 650 मिलियन डॉलर (लगभग 4,975 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक
रिपोर्ट से पता चलता है कि 2022 की पहली तिमाही में ब्लॉकचेन और क्रिप्टो स्टार्टअप ने 9.2 बिलियन डॉलर (लगभग 70,435 करोड़ रुपये) जुटाए हैं।