भारत में करीब 16 करोड़ से ज्यादा लोग व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। व्हाट्सऐप एक काम का टूल है। सबसे ख़ास कि इसकी जरूरत इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि लगभग हर कोई व्हाट्सऐप इस्तेमाल करना जानता है। व्हाट्सऐप में वीडियो कॉलिंग की शुरुआत हो गई है और माना रहा है कि यह फ़ीचर यूज़र को खासा पसंद आएगा।
व्हाट्सऐप में हाल ही में वीडियो कॉलिंग सहित तस्वीरों और वीडियो पर लिखने, ग्रुप चैट में मेंशन, जवाब कोट करने जैसे फ़ीचर जोड़े गए। साफ तौर पर पता चलता है कि व्हाट्सऐप के ये फ़ीचर टेलीग्राम, स्नैपचैट और स्काइप जैसे दूसरे लोकप्रिय ऐप के फ़ीचर की नकल हैं। जानें उन आठ दूसरे फ़ीचर के बारे में जिन्हें हम सब व्हाट्सऐप में देखना चाहते हैं और जो दूसरे लोकप्रिय ऐप में मौज़ूद हैं।
1) अपनी मर्जी के हिसाब से मीडिया डाउनलोडव्हाट्सऐप में फिलहाल मीडिया डाउनलोड जैसे तस्वीरें, वीडियो, ऑडियो और डॉक्यूमेंट के ऑटोमेटिक डाउनलोड होने के लिए ग्लोबाल सेटिंग हैं। चाहें इन्हें किसी ग्रुप या एक सिंगल यूज़र को भेजा जाए। हर कोई यह जानता है कि मीडिया डाउनलोड को मोबाइल डेटा पर बंद कर देना चाहिए ताकि आपका इंटरनेट डेटा बेफिज़ूल खर्च ना हो। इसके अलावा यह सलाह भी दी जा सकती है कि फोन की इंटरनल स्टोरेज को बेकारकी मीडिया फाइल से भरने से बचाने के लिए मीडिया डाउनलोड को पूरी तरह से बंद कर दें। लेकिन इस वजह से चुनिंदा लोगों से आने वाली फाइल भी डाउनलोड नहीं हो पातीं जिनसे आने वाली फाइल डाउनलोड हम करना चाहते हैं। और ये फाइल तभी डाउनलोड होती हैं जबकि हम उन पर क्लिक करें। मीडिया पर अलग-अलग लोग और ग्रुप में ऑटो डाउनलोड के साथ ज्यादा नियंत्रण वाला फ़ीचर शायद हर व्हाट्सऐप यूज़र चाहता है।
2) ग्रुप और सिंगल यूज़र के साथ चैट के लिए अलग टैबहालांकि, व्हाट्सऐप अनौपचारिक बातचीत के लिए एक प्लेटफॉर्म है। लेकिन अपने अनोखे और ख़ास फ़ीचर के चलते यहां पर कई अहम बातचीत भी की जाती हैं। इसके अलावा हममें से कई लोग व्हाट्सऐप पर ऑफिस के सहकर्मियों के साथ बातचीत करते हैं। कई बार व्हाट्सऐप खोलने पर आपको इन ग्रुप में कई मैसेज सबसे ऊपर दिखते हैं। अगर आपने हर चैट विंडो को एक-एक कर जांचना चाहते हैं तो आपको इन सभी ग्रुप को देखना पड़ेगा।
अगर आपके पास व्हाट्सऐप में ऐसा व्यू आजाए जिससे दो लोगों के बीच होने वाला कनवर्सेशन आसान हो जाए। इसका तरीका है कि ग्रुप कनवर्सेशन और वन-टू-वन होने वाले यूज़र के साथ चैट टैब को अलग कर दिया जाए।
3) डेस्कटॉप से सीधे लॉगइन (फोन में कनेक्शन की जरूरत ना पड़े)रिसीव होने वाले हर मैसेज के लिेए फोन व डेस्कटॉप में झांकने वाली मुश्किल के बीच डेस्कटॉप पर व्हाट्सऐप पर आना वाकई शानदार था। लेकिन इसे इस्तेमाल करना बहुत सुविधाजनक नहीं है। डेस्कटॉप पर व्हाट्सऐप इस्तेमाल करने के लिए फोन और इंटरनेट कनेक्शन का ऑन रहना जरूरी होता है। कई बार यह बिल्कुल सुविधाजनक नहीं होता। जैसे अगर आपका फोन चार्ज नहीं है तो और आप कंप्यूटर से व्हाट्सऐप पर किसी को जवाब देना चाहते हैं। जबकि टेलीग्राम या फेसबुक के ही मैसेंजन ऐप डेस्कटॉप व फोन पर पूरी तरह से अलग-अलग काम करते हैं।
4) बिना जांचे ग्रुप में शामिल ना होनादोस्तों और रिश्तेदारों की यह आदत होती है कि अगर हम किसी ग्रुप को ज्वॉइन नहीं करना चाहते तो भी हमें शामिल कर देते हैं। और इनमें कई मैसेज जैसे
नैनो-जीपीएस अफवाह, जोक और फॉरवर्ड किए जाने वाले मैसेज आते रहते हैं। व्हाट्सऐप पर किसी यूज़र को तो ब्लॉक किया जा सकता है लेकिन ग्रुप को नहीं। इसलिए ग्रुप में आप उन लोगों को भी स्पैम कर सकते हैं जिन्होंने आपको ब्लॉक किया है। ऐसा फ़ीचर होना चाहिए जिससे ये चुना जा सके कि हम ग्रुप में शामिल होना चाहते हैं या नहीं। यह फ़ीचर फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट जैसा भी हो सकता है।
5) एंड्रॉयड व आईफोन के बीच चैट बैकअप माइग्रेट करनाक्या आपको भी डर रहता है कि अगर कभी आप एंड्रॉयड व आईफोन के बीच स्विच करते हैं तो आपकी व्हाट्सऐप चैट डिलीट हो जाएगी। आईओएस पर व्हाट्सऐप की सिर्फ उन चैट का ही बैकअप होता है जो ऐप्पल के डिवाइस एक्सक्लूसिव आईक्लाउड पर मौज़ूद हो। जबकि एंड्रॉयड पर गूगल ड्राइव का इस्तेमाल होता है। आईओएस पर भी गूगल ड्राइव की सर्विस उपलब्ध है लेकिन आईओएस यूज़र वहां से अपनी चैट रीस्टोर नहीं कर सकते।
टेलीग्राम जैसे ऐप अपनी इनक्रिप्टेड बैकअप सर्विस का इस्तेमाल करते हैं जिससे अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर स्विच करना आसान रहता है। लेकिन ऐसा लगता है कि व्हाट्सऐप दुनिया की सारी चैट और मीडिया को अपने सर्वर पर नहीं चाहता। लेकिन हमें लगता है कि कम से कम दुनिया के दो सबसे बड़े ओएस मोबाइल प्लेटफॉर्म के बीच चैट माइग्रेशन का तरीका होना चाहिए।
6) ऑडियो कॉन्फ्रेंसव्हाट्सऐप ने पिछले साल मार्च में वॉयस कॉलिंग फ़ीचर लॉन्च किया था। और अब हमें लगता है कि समय आ गया है जबकि व्हाट्सऐप में ऑडियो कॉल कॉन्फ्रेंसिंग फ़ीचर मिले। इससे ना केवल व्हाट्सऐप यूज़र बल्कि उनके दोस्तों को भी कनेक्ट होने में आसानी होगी। इससे व्यापारियों को भी फ़ायदा होगा ख़ासकर वीकली कॉन्फ्रेंस कॉल करने वाले यूज़र।
7) आईओएस पर कनेक्टिविटी ना होने पर मैसेज क्यू करने की सुविधाआईओएस यूज़र के लिए मैसेज क्यू ना कर पाने की दिक्कत सालों से है। और अब यह बहुत अजीब लगता है कि कंपनी ने अभी तक इस समस्या को हल नहीं किया है। आईफोन पर नेटवर्क ना होने (किसी लिफ्ट या एयरप्लेन में होने पर) की स्थिति में मैसेज ना तो लिखा जा सकता है और ना नही क्यू किया जा सकता है। ताकि फोन के वापस इंटरनेट से कनेक्ट होने पर यह ऑटोमेटिकली डिलिवर हो जाए। ऐसा नहीं लगता कि आईओएस पर कोई टेक्निकल समस्या है क्योंकि फेसबुक मैसेंजर तो ठीक से काम करता है।
8) इनक्रिप्टेड क्लाउड बैकअपव्हाट्सऐप चैट के लिए तो एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन मुहैया कराता है। लेकिन चैट बैकअप इनक्रिप्टेड नहीं होता। अगर आप किसी कनवर्सेशन का बैकअप आईक्लाउड या गूगल ड्राइव पर लेते हैं तो यह इनक्रिप्टेड नहीं है। जिसका मतलब है कि मैसेज दिखने पर कोई भी इसका फायदा उठा सकता है। इनक्रिप्टेड बैकअप आने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
क्या आप भी चाहते हैं कि व्हाट्सऐप कोई एक या दो फ़ीचर जोड़े जाएं? नीचे कमेंट करके हमें अपनी राय बताएं।