WhatsApp (व्हाट्सएप) की पॉलिसी अपडेट कंपनी के लिए मुसीबत बन गई है। व्हाट्सएप ने अपनी नई पॉलिसी में कहा था कि वह यूजर्स के डाटा को फेसबुक सहित परैंट कंपनी के साथ शेयर करेगी। इसी को लेकर अब भारतीय यूजर्स व्हाट्सएप से दूरी बना रहे हैं। एक हाल में किए गए सर्वे से पता चला है कि भारत में केवल 18 पर्सेंट यूजर्स ही व्हाट्सएप का इस्तेमाल जारी रख सकते हैं। वहीं 36 पर्सेंट यूजर्स ने ऐसी संभावना जताई है कि वह व्हाट्सएप यूसेज को काफी कम कर देंगे। इसके अलावा 15 पर्सेंट यूजर्स ने प्राइवेसी विवाद के बीच ऐप को पूरी तरह से बंद करने की संभावना जताई है।
WhatsApp ने पहले अपनी पॉलिसी रिव्यू के लिए लोगों को 8 फरवरी तक का समय दिया था, लेकिन अब कंपनी ने इसे बढ़ाकर 15 मई कर दिया है। कंपनी ने कहा था कि जो लोग तय समय तक पॉलिसी को एक्सेप्ट नहीं करेंगे उनका अकाउंट ऑटोमेटिक डिलीट हो जाएगा। इस पॉलिसी अपडेट के बाद व्हाट्सएप के विकल्प के तौर पर Signal और Telegram जैसी एप्स को कई लाखों लोगों ने डाउनलोड किया था।
WhatsApp पर किए गए इस सर्वे में 24 हजार से ज्यादा लोगों से प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं। Mashable की रिपोर्ट के जरिए इस बात का खुलासा हुआ है। 24 पर्सेंट यूजर्स ने जानकारी दी है कि वह दूसरे
इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर स्विच करने की योजना बना रहे हैं। वहीं 91 पर्सेंट यूजर्स ने जानकारी दी है कि वह व्हाट्सएप के पेमेंट फीचर का इस्तेमाल नहीं करेंगे। इन लोगों का अंदेशा है कि व्हाट्सएप उनका पेमेंट और ट्रांजैक्शन रिलेटिड डाटा पैरेंट कंपनी फेसबुक और दूसरी थर्ड पार्टीज से शेयर कर सकती है।
WhatsApp ने हालांकि अपनी पॉलिसी अपडेट की डेडलाइन को फरवरी से बढ़ाकर 15 मई कर दिया है। Mashable की रिपोर्ट के मुताबिक सिग्नल और टेलीग्राम को 1 जनवरी से 5 जनवरी के बीच 13 लाख डाउनलोड मिले हैं।
सिग्नल की ग्रोथ इस दौरान जहां 9,483 पर्सेंट रही है, वहीं टेलीग्राम की ग्रोथ 15 पर्सेंट रही है। वहीं 6 जनवरी से 10 जनवरी के बीच व्हाट्सएप की डाउनलोड ग्रोथ में 35 पर्सेंट की गिरावट आई है।