Signal (सिग्नल) में व्हाट्सएप (Whatsapp) की प्राइवेसी की शर्तों के अपडेट के बाद जो तेजी देखने को मिली है वह बताती है कि लोग व्हाट्सएप की पॉलिसी अपडेट से कितने नाखुश हैं। नई पॉलिसी के बाद व्हाट्सएप यूजर्स को इस बात की सहमति देने के लिए तैयार होना पड़ा है कि व्हाट्सएप डाटा को फेसबुक और दूसरी सर्विसों से लिंक करना होगा।
Signal जैसा Telegram अब व्हाट्सएप के विकल्प के तौर पर सामने आए हैं। इसके अलावा इन एप्स को टेस्ला CEO एलन मस्क (Elon Musk ) और पेटीएम (Paytm) CEO विजय शेखर शर्मा से अच्छी एंडोर्समेंट भी मिल गई हैं, जिन्होंन व्हाट्सएप के स्थान पर Signal और Telegram का खुल कर समर्थन किया है।
इस बीच व्हाट्सएप अपनी पॉलिसी अपडेट को लेकर
स्पष्टीकरण दे रहा है कि इससे रेगुलर यूजर्स के डाटा और प्राइवेसी पर कोई फर्क नहीं पढ़ेगा। लेकिन इस बीच व्हाट्सएप के विकल्प के तौर पर सामने आए Signal और Telegram जैसी एप्स पर लगातार बड़ी संख्या में यूजर्स बढ़ रहे हैं।
Signal (सिग्नल) को एक गैर-लाभकारी (नॉन प्रॉफिट) संस्था द्वारा चलाया जाता है। इसके को-फाउंडर Brian Acton (ब्रायन एक्टन) हैं, जो व्हाट्सएप (WhatsApp) के भी फाउंडर रह चुके हैं। Acton और Jan Koum ने साल 2014 में व्हाट्सएप को फेसबुक को बेच दिया था। इसके बाद 2017 में एक्टन ने कंपनी को छोड़ दिया था, जिसके पीछे वजह बताई गई थी कि फेसबुक का व्हाट्सएप के मॉनिटाइजेशन को लेकर कुछ विवाद था।
NDTV ने अब Acton का एक इंटरव्यू लिया है, जिसमें उन्होंने सिग्नल के इंडियन प्लान के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा उन्होंने डोनेशन ओनली बिजनेस मॉडल के अलावा ये जानकारी दी है कि कैसे सिग्नल प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप से अलग है।
NDTV: Signal ग्लोबली एप स्टोर पर अभी सबसे ऊपर है। सिग्नल ग्रोथ के साथ, किस गति के साथ आगे बढ़ रहा है? Brian Acton का जवाब: हम अपने सर्वर को बढ़ा रहे हैं ताकि हमारे यूजर्स के हिसाब से हमारे पास पर्याप्त क्षमता हों। अभी जिस तरह से हमारे एप पर लोगों की संख्या बढ़ी है हमने उसे मैनेज कर लिया है। जाहिर तौर पर मुझे इस तरह का अनुभव है, क्योंकि मैं इंडस्ट्री में काफी टाइम से हूं। इसके अलावा हम उत्साहित हैं क्योंकि काफी भारतीय लोगों ने पिछले कुछ समय में सिग्नल को साइन अप किया है। हम इंडियन यूजर्स से अपने प्लेटफॉर्म पर फीडबैक को लेकर उत्सुक हैं। मुझे पता है कि लोग सिग्नल को ट्राई करने और उसे एक्सप्लोर करने के लिए उत्सुक हैं और यह हमारे लिए आगे भड़ने का एक अवसर हैं।
Signal को अब व्हाट्सएप से कंपेयर किया जा रहा है। आपके द्वारा बनाए गए दोनों प्रॉडक्ट्स अब एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं? आपको यह कैसा लगता है? सिग्नल में ऐसे क्या फीचर्स हैं जो उसे व्हाट्सएप से आगे करते हैं। मुझे लगता है कि जहां सिग्नल को व्हाट्सएप से आगे स्कोर करते हुए देखा जा सकता है वह प्राइवेसी कैटेगरी है। आप इसे iPhone एप के एप स्टोर पर प्राइवेसी लेबल की तरह देख सकते हैं। हमारे पास प्राइवेसी फीचर्स, डिस-अपीयरिंग मैसेज जैसी चीजें हैं। यहां सबकुछ एनक्रिप्टिड है, जिसमें मेटाडाटा भी शामिल है। भारत में व्हाट्सएप के 40 करोड़ यूजर्स हैं। यह एक बड़ा बाजार हैं। हम इंडियन यूजर्स को अपने प्रॉडक्ट के बारे में बताने को लेकर उत्सुक हैं। हम उन्हें एक विकल्प देना चाहते हैं जहां उन्हें अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी, डिजिटल प्राइवेसी से कोई समझौता नहीं करना पड़ेगा।
सिग्नल ने अभी तक फोन नंबरों पर भरोसा किया है जो अभी भी यूजर्स की पहचान से जुड़े हैं। क्या आप यूजर आईडी पेश करने की कोई योजना बना रहे हैं जो यूजर्स को पूरी तरह से सुरक्षित बना देगा? मुझे लगता है कि हम इन विचारों पर काम कर सकते हैं। इससे यूजर्स को प्राइवेसी प्रोटेक्शन के लिए एक और हेल्प मिलेगी। हमारा मकसद यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर बनाना है, जिसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं। यह ऐसा फीचर है जिसके बारे में हमें सबसे ज्यादा सुझाव आते हैं।
भारत में आपके ग्रोथ को लेकर क्या प्लान हैं? क्या आप भारत में आगे बढ़ने के लिए लैंग्वेज सपोर्ट को भी लेकर आएंगे। इसके अलावा भारत के हिसाब से वहां कुछ नए फीचर्स को जोड़ जाएगा?भारत एक विविध संस्कृति वाला देश है। हम पहले से ही वहां लैंग्वेज सपोर्ट दे रहे हैं। हम हिंदी समेत 12 अलग-अलग लैंग्वेज में सपोर्ट दे रहे हैं। इसमें उर्दु भी शामिल है। हमें भारत से कुछ अच्छे सुझाव मिले हैं। मेरे भारत में बहुत अच्छे दोस्त और सहकर्मी हैं जो तमिन नाडु इरोड में रहते हैं। मैं उनसे हर दिन बात करता हूं। वह मुझे बताते हैं कि भारत में क्या चल रहा है। इससे मुझे वहां के मार्केट को समझने में मदद मिलती है। वह मुझे प्रॉडक्ट आइडिया देते हैं। भारत दुनिया का इतना मजबूत प्रतिनिधित्व वाला देश है कि यदि आप भारत के लिए निर्माण करते हैं तो आप दुनिया के लिए उसे निर्माण करेंगे।
क्या कभी आप भारत गए हैं? हम आपको भारत में कब देख सकते हैं? हां मैं भारत दो बार जा चुका हूं। मैं वहां बैंग्लोर, मुंबई, दिल्ली और दूसरी जगह घूम चुका हूं। मुझे वह ताज महल देखने की इच्छा है, जो मैंने अभी तक नहीं देखी है। हालांकि मैं बैंग्लोर और मुंबई भी वापस जाना चाहता हूं।