WhatsApp ने सिक्योरिटी कारणों से 2021 के आखिरी महीने में 20 लाख से अधिक भारतीय अकाउंट्स को बैन कर दिया। इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर 528 शिकायती रिपोर्ट भी दर्ज हुई हैं। मैसेजिंग प्लेफार्म ने लेटेस्ट कंप्लायंस रिपोर्ट (compliance report) में इसकी जानकारी दी है। वॉट्सऐप समय समय पर प्लेटफॉर्म से ऐसे अकाउंट्स को हटाता है जिन पर संदेह होता है। कंपनी ने रिपोर्ट में कहा है कि बैन किए गए अकाउंट्स में ज्यादातर बल्क मैसेजिंग के लिए ब्लॉक किए गए।
Whatsapp ने लेटेस्ट रिपोर्ट जारी कर बताया कि दिसंबर 2021 में इसने 20 लाख 79 हजार अकाउंट्स को बैन कर दिया। कंपनी का कहना है कि बैन किए गए अकाउंट्स में से 95 प्रतिशत अकाउंट्स ऑटोमेटेड मैसेजिंग के अनॉथराइज्ड इस्तेमाल या बल्क मैसेजिंग या स्पैम (spam) के लिए बैन किए गए। इससे पहले कंपनी ने नवंबर में 17 लाख 50 हजार अकाउंट्स को बैन किया था और 602 शिकायती रिपोर्टें प्राप्त की थीं।
दिसम्बर 2021 में प्राप्त शिकायती रिपोर्ट्स के बारे में कहा गया है कि 528 रिपोर्ट्स में से 149 अकाउंट सपोर्ट के बारे में थीं, 303 रिपोर्ट्स बैन अपील को लेकर दर्ज हुईं, 29 रिपोर्ट अन्य सपोर्ट के लिए और 32 रिपोर्ट प्रोडक्ट सपोर्ट के लिए प्राप्त हुईं। इनमें 13 रिपोर्ट सेफ्टी के बारे में भी थीं।
शिकायत प्राप्त जिन अकाउंट्स पर एक्शन लिया जाता है उन्होंने वॉट्सऐप "Accounts Actioned" के रूप में दिखाता है। एक्शन लेने का मतलब है कि या तो उस अकाउंट को बैन किया जा रहा है या फिर बैन किए गए अकाउंट को फिर से रिस्टोर (restore) किया जा रहा है।
भारत में नए आईटी नियम पिछले साल मई में लागू किए गए थे। इन नियमों के मुताबिक, 50 लाख से अधिक यूजर्स वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को हर महीने कंप्लायंस रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी। इस रिपोर्ट में प्राप्त शिकायतों और उन पर लिए गए एक्शन की सारी जानकारी देनी होगी।
वॉट्सऐप ने इससे पहले इस बात पर काफी जोर दिया था कि प्लेटफॉर्म पर मैसेजिंग एंड टू एंड इन्क्रिप्शन (end-to-end encryption) की सिक्योरिटी के साथ होती है और वॉट्सऐप के पास कंटेंट को देख पाने की सुविधा नहीं है। किसी भी अकाउंट का बिहेवियर जानने के लिए वॉट्सऐप के पास यूजर रिपोर्ट्स, प्राफाइल फोटो, ग्रुप फोटो और डिस्क्रिप्शन की ही एक्सेस होती है। इसके अलावा कंपनी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स का इस्तेमाल करती है ताकि प्लेटफॉर्म का प्रयोग गलत कार्यों में न किया जा सके।