बुधवार को मुंबई में माइक्रोसॉफ्ट के फ्यूचर डिकोडेड कॉन्फ्रेंस में कंपनी के सीईओ सत्या नडेला ने स्काइप लाइट को लॉन्च किया। यह कंपनी के लोकप्रिय कॉलिंग और इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप स्काइप का लाइट वर्ज़न है। इसके साथ माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप + आधार फ़ीचर की भी घोषणा की। यह स्काइप लाइट के साथ आएगा।
नया स्काइप लाइट एंड्रॉयड ऐप अब
गूगल प्ले पर उपलब्ध है। इसे माइक्रोसॉफ्ट द्वारा सिर्फ भारत के लिए लॉन्च किया गया है, ख़ासकर मिड रेंज से कम दाम वाले हैंडसेट के लिए। इसे हैदराबाद में काम करने वाली माइक्रोसॉफ्ट की रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर द्वारा बनाया गया है। कंपनी ने बताया कि भले ही भारत में कई लाख लोग स्काइप का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन ज़्यादातर लोगों के पास ज़्यादा पावरफुल फोन नहीं हैं। इसके अलावा पूरे ज़ोर-शोर के साथ 4जी नेटवर्क को लॉन्च किए जाने के बावज़ूद ज़्यादातर जगहों पर 3जी या 2जी वाली स्पीड मिलती है। भारत के ज़्यादातर हिस्सों में यूज़र इन्हीं नेटवर्क पर हैं। इस वजह से स्काइप लाइट को बनाया गया है।
नया ऐप 13 एमबी का है। इसे बुधवार को ही गूगल प्ले पर उपलब्ध कराया गया। इसमें स्काइप के ज़्यादातर अहम फ़ीचर मौज़ूद हैं- इंस्टेंट मैसेजिंग, ऑडियो-वीडियो कॉलिंग और स्काइप बॉट्स। स्काइप के प्रोडक्ट मैनेजर के मुताबिक, जब यूज़र तेज कनेक्शन या वाई-फाई से जुड़े होंगे तो ऐप अपने आप ही एचडी कॉल में स्विच हो जाएगा जो आम स्काइप कॉल जैसा है। और जब भी कनेक्शन कमज़ोर होगा, कंप्रेशन के ज़रिए कॉल क्वालिटी कमज़ोर कर दी जाएगी। ऐप अपने आप ही यूज़र द्वारा साझा किए जा रहे इमेज को कंप्रेस कर देगा, ताकि डेटा की खपत कम हो। अगर यूज़र फिर से उसी तस्वीर को साझा करना चाहते हैं तो ऐसा सीधा स्काइप से ही संभव हो जाएगा। इसके लिए तस्वीर को दोबारा डाउनलोड और अपलोड करना नहीं पड़ेगा।
स्काइप लाइट यह भी बताएगा कि कितने डेटा की खपत हुई है। इसमें वाई-फाई और सेल्युलर डेटा का विस्तृत ब्योरा रहेगा। यह भी पता चलेगा कि स्काइप लाइट को इस्तेमाल करके कितने डेटा की बचत की गई है।
स्काइप लाइट में आया आधार इंटिग्रेशनजहां तक स्काइप + आधार फ़ीचर का सवाल है तो इसकी मदद से यूज़र की पहचान करना संभव होगा। कॉल के दौरान अगर आप नीचे दिख रहे मेन्यू बटन पर क्लिक करते हैं तो आपको रिक्वेस्ट आधार वैरिफिकेशन का विकल्प मिलेगा। इस पर टैप करें। इसके बाद उस शख्स को वैरिफिकेशन रिक्वेस्ट भेजा जाएगा जिससे आप स्काइप लाइट पर बात कर रहे हैं। अगर वो शख्स रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेता है। इसके बाद आपके आधार नंबर से जुड़े फोन नंबर पर ओटीपी आएगा। इसके बाद ओटीपी डालते ही पहचान की पुष्टि हो जाएगी। सत्या नडेला ने बताया कि इसका इस्तेमाल बाद में सरकारी विभागों में किया जा सकेगा।
स्काइप लाइट में 7 भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट मौज़ूदनए स्काइप लाइट में सात भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट मौज़ूद रहेगा। ऐप हिंदी, गुजराती, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगू और ऊर्दू को सपोर्ट करेगा। कंपनी ने बताया है कि इस ऐप से की गई हर किस्म की बातचीत पूरी तरह से सुरक्षित है।