BMW ने बताया कि उसकी पेट्रोल और डीजल इंजन वाली कारों की बिक्री बढ़ रही है। हालांकि, कंपनी का फोकस नई BMW iX1 सहित इलेक्ट्रिक कारों पर है। देश में BMW Group के पोर्टफोलियो में BMW, MINI और BMW Motorrad ब्रांड शामिल हैं
Mercedes ने हाल ही में चुपचाप एक नई मेंबरशिप सर्विस शुरू की है जो मर्सिडीज कार यूजर्स को उनकी कार की स्पीड बढ़ाने के लिए हर साल 1200 डॉलर यानी कि करीबन 98,024 रुपये चार्ज करेगी।
बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर की बात करें तो Audi Q8 e-Tron में 95kWh की बैटरी दी गई है। रेंज की बात केरं तो Audi दावा करती है यह SUV एक बार फुल चार्ज होकर 582 km की दूरी तय कर सकती है।
यहां हम ऐसी ही पांच अपकमिंग लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिनके भारत में लॉन्च होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। इनमें Mercedes Benz, Audi, Hyundai, BMW और Volvo की इलेक्ट्रिक कारें शामिल हैं।
मर्सेडीज़-बेंज़ पहली कंपनी नहीं है, जिसने सिलिकॉन-आधारित एनोड से लैस बैटरी बनाने की बात कही है। इससे पहले 2020 में, Tesla ने भी अपनी बैटरी में इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने की बात कही थी।
Mercedes-Benz ने कहा कि कार ने फ्रांस के लिए 11.5 घंटे की ड्राइव में प्रति 100km पर 8.7 किलोवॉट की एनर्जी खर्च की। यह मौजूदा mercedes के मार्किट में उपलब्ध मॉडल्स से दोगुना और टेस्ला की सबसे लम्बी रेंज कार मॉडल S 60 से अधिक एफिशिएंट है।
Mercedes-AMG EQE 43 4Matic मॉडल 0-100kph की स्पीड 4.2 सेकंड में हासिल कर सकता है। वहीं, 53 4Matic+ मॉडल इतनी स्पीड 3.5 सेकंड में पकड़ सकता है, जबकि AMG Dynamic Plus पैकेज के साथ इतनी स्पीड 3.3 सेकंड में हासिल की जा सकती है।
कंपनी के अनुसार, कार में मशरूम फाइबर, कैक्टस के पत्ते और फूड स्क्रैप आदि से मिलाकर बनाए गए मैटीरियल को इस्तेमाल किया गया है जो इसे बहुत ही टिकाऊ बनाता है।
Mercedes EQS सिंगल चार्ज में 700KM की दूरी तय कर सकती है। यह कार Level 3 200kW DC चार्जर के साथ आती है, जिसकी बदौलत यह 15 मिनट में 300 किलोमीटर चलने लायक चार्ज हो जाती है।