बचपन में लगा सदमा दिमाग, शरीर पर ऐसे डालता है गहरा असर!
बचपन का समय किसी भी व्यक्ति के तंत्रिका विकास के लिए सबसे संवेदनशील समय होता है। लेकिन इसे कई तरह से बाधित भी किया जा सकता है। मसलन, दुर्व्यवहार करके, अपशब्द कहकर, बच्चे को नजरअंदाज करके, या फिर उसे हिंसा जैसी परिस्थितियों में धकेलकर। ऐसी परिस्थितियों में कॉर्टिसोल जब बहुत अधिक मात्रा में रिलीज होता है तो नुकसानदेह होता है।