Bharti Airtel यूजर्स के लिए एक ऐसा प्लान पेश करती है जो लम्बे समय तक बेनिफिट्स देता रहता है। Airtel के Truly Unlimited प्रीपेड प्लान्स में शामिल यह पैक 84 दिनों की वैधता के साथ आता है। प्लान में डेली 2GB डेटा, 5G, अनलिमिटिड कॉल, 100 SMS, ओटीटी जैसे बेनिफिट्स मिलते हैं। इसे 979 रुपये में एक्टिवेट करवाया जा सकता है।
JioHotstar के रूप में JioCinema और Disney+ Hotstar एकसाथ आ गए हैं। यह OTT इंडस्ट्री में सबसे बड़ा विलय बताया जा रहा है। JioHotstar एक लेटेस्ट ओटीटी प्लेटफॉर्म है जो वेब सीरीज और मूवीज की बड़ी रेंज लेकर आता है। यानी कि इसमें अब दोनों ही प्लेटफॉर्म का कंटेंट समाहित हो गया है। यूजर्स जरूरत के हिसाब से प्लान चुन सकते हैं। सबसे निचला मासिक प्लान 149 रुपये से शुरू है।
सैमसंग गैलेक्सी एस25 ऐज को बीते दिनों कंपनी ने एक मेगा इवेंट में दिखाया था। यह सैमसंग के सबसे थिन फ्लैगशिप फोन्स में शामिल होगा। फोन की लॉन्च डेट अभी सामने नहीं आई है, पर एक ताजा लीक में इसके डिस्प्ले और कैमरा सिस्टम के बारे में पता चला है। टिप्सटर पांडाफ्लैश (PandaFlash) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर यह जानकारी दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को ऐलान किया कि डिजिटल पेमेंट्स फ्रॉड को रोकने के लिए आरबीआई ‘बैंकडॉटइन’ और ‘फिनडॉटइन’ नाम के डोमेन शुरू करेगा। इसमें से ‘बैंकडॉटइन’ भारतीय बैंकों के लिए एक एक्सक्लूसिव इंटरनेट डोमेन होगा, जबकि ‘फिनडॉटइन’ वित्तीय क्षेत्र की गैर-बैंकिंग कंपनियों के लिए होगा।
Elon Musk ने मंगल पर एक खोजी अभियान भेजकर जांच करने की बात कही है। दरअसल नासा के मार्स ग्लोबल सर्वेयर (MGS) के मार्स ऑर्बिटर कैमरा (MOC) ने मंगल पर एक फोटो खींची थी जिसमें एक सटीक चौकोर आकृति दिखाई दे रही है। यह एक सटीक वर्ग जैसा दिखता है। Musk ने कहा है कि इसके बारे में सीधे जाकर खोज करनी चाहिए कि आखिर इस स्क्येअर शेप का रहस्य क्या है।
चंद्रमा के लिए कई मिशन तैयार हो रहे हैं। अमेरिका आर्टिमिस मिशन भेजकर वहां दोबारा से इंसान को उतारना चाहता है, तो चीन एक रोबोटिक मिशन भेजने की योजना बना रहा है। ड्रैगन, चांद पर पानी की खोज करना चाहता है और उसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर एक स्मार्ट रोबोटिक ‘फ्लायर डिटेक्टर’ भेजने की योजना का खुलासा किया है।
एक भारतीय खगोलशास्त्री दोर्जे अंगचुक (Dorje Angchuk) ने बेहतरीन टाइम-लैप्स वीडियो बनाया है। इसे लद्दाख में शूट किया गया है। वीडियो में वहां की एक साइंस लेबोरेटरी के सामने पृथ्वी को घूमते हुए दिखाया गया है। वीडियो अपने आप में यूनीक है और हमारे ग्रह की गति को लेकर अनूठा दृश्य पेश करता है। दोर्जे अंगचुक लद्दाख के हानले में स्थित ऑब्जर्वेट्री के इंजीनियर इन-चार्ज हैं।
एक नई स्टडी में कहा गया है कि AI, पिछले साल मई में पृथ्वी पर आए शक्तिशाली सौर तूफान (solar storm) की भविष्यवाणी कर सकता था। वह तूफान सूर्य पर एक्टिव AR13664 नाम के सनस्पॉट से निकला था। जेनोआ यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का मानना है कि ऐतिहासिक सौर घटनाओं पर एआई को ट्रेनिंग दी जाए तो वह कोरोनल मास इजेक्शन (CME) से पहले के पैटर्नों की पहचान कर सकता है।
वैज्ञानिकों ने बेन्नू (Bennu) नाम के एस्टरॉयड में ऐसे अणुओं का पता लगाया है, जो जीवन के लिए जरूरी होते हैं। यह स्टडी नेचर जर्नल में पब्लिश हुई है, जो संकेत देती है कि जिस रसायन ने बेन्नू एस्टरॉयड का निर्माण किया, वह आज बृहस्पति और शनि के बर्फीले चंद्रमाओं पर हो सकता है।
Apple Powerbeats Pro 2 ईयरबड्स को इस साल लॉन्च करने की तैयारी है। इनका ओरिजिनल मॉडल करीब 6 साल पहले आया था। Powerbeats Pro 2 की लॉन्च डेट अभी कन्फर्म नहीं है, लेकिन कुछ तस्वीरें और स्पेसिफिकेशंस लीक हुए हैं। दावा है कि इन्हें चार कलर्स- जेट ब्लैक, क्विक सैंड, इलेक्ट्रिक ऑरेंज और हाइपर पर्पल में लाया जाएगा।
चीन से आए एक वीडियो ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है। वीडियो में एक रोबोट डॉगी और ड्रोन को आतिशबाजी से भरी जंग लड़ते हुए देखा जा सकता है। डॉगी आगे-पीछे चलकर खुद को हमले से बचाता है, जबकि ड्रोन, डॉगी को घेरने के लिए उसके चारों ओर मंडाराने लगता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर यह वीडियो शेयर किया गया है।
वैज्ञानिक वर्षों से ऐसी चहकती (chirping) तरंगों के बारे में जानते हैं, जो खतरनाक रेडिएशन से जुड़ी हैं। ये तरंगें इंसानों और सैटेलाइट्स दोनों को प्रभावित कर सकती हैं। अब खगोलविदों की एक इंटरनेशनल टीम ने अंतरिक्ष के एक नए क्षेत्र में इन तरंगों का पता लगाया है। इससे सवाल पैदा हुआ है कि आखिर इन तरंगों की उत्पत्ति कहां से होती है। ये तरंगें अंतरिक्ष में मौजूद सबसे पावरफुल नेचुरल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन में से एक हैं।
यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में रोजाना लाखों की संख्या में लोग संगम पर स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। इस नजारे को ना सिर्फ पृथ्वी से बल्कि अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। नासा के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से इस आयोजन की तस्वीरें ली हैं। ISS हमारी धरती से 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में है।
जियोफिजिसिस्ट की एक टीम ने पृथ्वी के आंतरिक भाग को लेकर नई जानकारी जुटाई है। वैज्ञानिकों ने अंतरिक भाग की ट्रेडिशनल प्लेट बाउंड्री से दूर डूबी हुई टेक्टोनिक प्लेटों के अवशेषों का पता लगाया है। यह रिसर्च ETH ज्यूरिख और कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी की एक टीम ने की है। उन्होंने पृथ्वी के नीचे ऐसे टेक्टोनिक प्लेटों जैसे क्षेत्र का पता लगाया है, जो महासागरों के नीचे हैं।
चीन पिछले कुछ साल से एक ‘कृत्रिम सूर्य’ के साथ प्रयोग कर रहा है। इसका मकसद भविष्य में क्लीन एनर्जी हासिल करना है। रिपोर्टों के अनुसार, चीन के बनाए एक्सपेरीमेंटल एडवांस्ड सुपरकंडक्टिंग टोकामाक (EAST) फ्यूजन एनर्जी रिएक्टर ने 1 हजार सेकंड तक अपने प्लाज्मा को बनाए रखा और उसका तापमान 10 करोड़ डिग्री पर पहुंच गया।