उत्तर भारत में पराली जलाने की समस्या से जुड़ा एक बड़ा प्रोजेक्ट भी कंपनी ने पूरा कर लिया है। जिसके लिए फर्म का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के जरिए वह उत्तर भारत में पराली जलाने वाले मुद्दे हल करने में काफी मदद कर सकती है।
CBDC को ब्लॉकचेन नेटवर्क पर बनाया जाता है और यह क्रिप्टोकरेंसी की तरह होती है। हालांकि, CBDC को सेंट्रल बैंक रेगुलेट करते हैं और इससे इनसे जुड़ी ट्रांजैक्शंस सेंट्रलाइज्ड होती हैं और इनका पता लगाया जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसीज की ट्रांजैक्शंस डीसेंट्रलाइज्ड होती हैं
स्टडी कहती है कि 59 प्रतिशत भारतीय उपभोक्ता क्लाइमेट चेंज, प्रदूषण के स्तर और गैसोलीन/डीज़ल वाहनों के उत्सर्जन को लेकर चिंतित थे, जो दर्शाता है कि इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में लोगों की दिलचस्पी 'कम ईंधन लागत, पर्यावरण जागरूकता, और बेहतर ड्राइविंग अनुभव' के कारण है।