Intel ने सोमवार को कहा कि वह 5G नेटवर्किंग तकनीक विकसित करने के लिए Reliance Jio के साथ काम करेगी।
Intel की वेंचर कैपिटल यूनिट ने पिछले साल रिलायंस की Jio प्लैटफॉर्म्स यूनिट में 25 करोड़ डॉलर (करीब 1,857.42 करोड़ रुपये) का निवेश करते हुए कहा था कि दोनों कंपनियां तकनीकी भागीदारी के क्षेत्र तलाशेंगी। सोमवार को इंटेल ने कहा कि वह रिलायंस जियो के साथ अपने 5G रेडियो-एक्सेस नेटवर्क (RAN) के लिए अन्य चीजों के साथ 'सह-नवाचार' (co-innovation) पर काम करेगा।
Intel में डेटा प्लैटफॉर्म समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक नवीन शिनॉय ने एक इंटरव्यू में Reuters को बताया, "यह उस साझेदारी का फल है।" भारत में 5G बड़े पैमाने पर घटित होने जा रहा है और (Reliance Jio) इसे गैर-विरासतीय तरीके से करने जा रही है।"
Reliance Jio 5G नेटवर्क बनाने के लिए एक नए दृष्टिकोण का उपयोग करने वाले दुनिया भर के कई कैरियर्स में से एक है। मुख्य रूप से Nokia, Ericsson या Huawei जैसी दूरसंचार-विशिष्ट फर्मों से गियर का उपयोग करने के बजाय कैरियर्स अधिक नेटवर्क फंक्शन्स को संभालने के लिए सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने की ओर बढ़ रहे हैं। इसके लिए वे नेटवर्क चलाने के लिए डेटा केंद्रों में उपयोग किए जाने वाले समान स्टैंडर्ड कंप्यूटिंग डिवाइस का दोहन कर रहे हैं।
Intel अपने हिस्से के लिए मैन्यूफैक्चरिंग समस्याओं के वर्षों के बाद एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज जैसे प्रतिद्वंद्वियों के लिए अपने मुख्य डेटा सेंटर और पर्सनल कंप्यूटिंग मार्केट्स में हिस्सेदारी खो रहा है। मगर नेटवर्किंग चिप्स इसके कारोबार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई हैं। नेटवर्किंग चिप्स की बिक्री में इसने साल 2020 में 20 प्रतिशत की वृद्धि की और बाजार में इसकी हिस्सेदारी 6 बिलियन डॉलर (लगभग 44,577.27 करोड़ रुपये) हो गई। जबकि इसकी कुल बिक्री 77.9 बिलियन डॉलर (लगभग 5,78,756.61 करोड़ रुपये) है।
Intel के नेटवर्क प्लैटफॉर्म समूह के महाप्रबंधक डैन रोड्रिग्ज ने कहा कि यह ग्रोथ लगभग एक दशक पहले लिए फैसले से आयी है जब इंटेल ने अपने नेटवर्क चिप्स के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम के सॉफ्टवेयर में निवेश करने का निर्णय लिया था। FlexRAN नामक सिस्टम कैरियर या सॉफ़्टवेयर फर्मों को 5G नेटवर्क के लिए कोड लिखने देती है।
Intel ने सोमवार को कहा कि Cohere टेक्नोलॉजीज का सॉफ्टवेयर Intel के चिप्स का उपयोग करके कुछ नेटवर्क स्पेक्ट्रम के उपयोग को दोगुना कर सकता है। इससे कैरियर्स को लाभ होता है जो स्पेक्ट्रम राइट्स प्राप्त करने में अरबों खर्च करते हैं।