पिछले कुछ वर्षों में टेलीकॉम सेक्टर में भारत ने तेजी से प्रगति की है। कम्युनिकेशंस मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia का मानना है कि 6G के एरिया में दुनिया में भारत अगुवाई कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस सेक्टर में कस्टमर्स को विकल्प और क्वालिटी के साथ सर्विस की पेशकश करने वाली इंडस्ट्री, लोकल मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ( R&D) को बढ़ाना उनकी मुख्य प्राथमिकताएं हैं।
एक बिजनेस
न्यूजपेपर को दिए इंटरव्यू में सिंधिया ने कहा कि 3G में देश की गति धीमी थी, 4G और 5G में दुनिया के साथ देश चला था और 6G में देश के पास दुनिया में अगुवाई करने की क्षमता है। उन्होंने बताया कि डेटा के 1 GB की कॉस्ट जो कभी 287 रुपये होती थी, वह अब घटकर नौ रुपये हो गई है। यह एक बड़ा बदलाव है। इसके साथ ही सिंधिया का कहना था कि उनके एजेंडा में पूरे देश में 4G की उपलब्धता शामिल है। लगभग 1,000 गांवों में लगभग 22,000 टावर्स लगाए जाने बाकी हैं। ये टावर्स प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के साथ ही भारत संचार निगम लिमिटेड ( BSNL) को भी लगाने हैं।
उन्होंने बताया कि दुनिया में भारत अपनी 4G टेक्नोलॉजी रखने वाले चुनिंदा देशों में शामिल है। BSNL ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत 15,000 से अधिक 4G साइट्स बनाई हैं। कंपनी की बाद में इन साइट्स को 5G में कन्वर्ट करने की योजना है। हाल ही में टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर BSNL के 5G SIM कार्ड की इमेज शेयर की थी। इससे स्वदेशी टेक्नोलॉजी के साथ BSNL की 5G सर्विस के लॉन्च की तैयारी का संकेत मिला था। सिंधिया ने इसकी 5G एनेबल्ड फोन कॉल का ट्रायल भी किया है।
पिछले कुछ महीनों में
BSNL के सब्सक्राइबर्स की संख्या भी बढ़ी है। हाल ही में सिंधिया ने कहा था कि 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत, स्वदेशी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल वाला 4G नेटवर्क तैयार है और कुछ महीनों में BSNL के जरिए इसकी सर्विस पूरे देश में उपलब्ध होगी। उनका कहना था, "Reliance Jio और Bharti Airtel के 4G नेटवर्क लॉन्च करने पर बहुत से लोगों ने पूछा था कि BSNL क्यों नहीं? यह प्रधानमंत्री का संकल्प था कि अगर हमें सरकारी टेलीकॉम कंपनी के नेटवर्क को डिवेलप करना है तो हम चीन या किसी अन्य देश से इक्विपमेंट का इस्तेमाल नहीं करेंगे।" यह फैसला हुआ था कि एक स्वदेशी टेक्नोलॉजी को डिवेलप किया जाएगा।