• होम
  • सोशल
  • ख़बरें
  • Video : जर्मनी के मंत्री ने भारत में खरीदी सब्‍जी, UPI से किया पेमेंट, क्‍या था रिएक्‍शन? जानें

Video : जर्मनी के मंत्री ने भारत में खरीदी सब्‍जी, UPI से किया पेमेंट, क्‍या था रिएक्‍शन? जानें

German Minister used UPI : जर्मन मंत्री ने यूपीआई की तारीफ की और इसे भारत की कई सफलताओं में से एक बताया।

Video : जर्मनी के मंत्री ने भारत में खरीदी सब्‍जी, UPI से किया पेमेंट, क्‍या था रिएक्‍शन? जानें

Photo Credit: @GermanyinIndia

भारत में स्थित जर्मन दूतावास ने इससे जुड़े वीडियो और तस्‍वीरें सोशल मीडिया में पोस्‍ट की हैं।

ख़ास बातें
  • जर्मन दूतावास ने पोस्‍ट किया वीडियो और तस्‍वीरें
  • जर्मनी के मंत्री ने भारत में एक सब्‍जी वाले से सामान खरीदा
  • उन्‍होंने पेमेंट के लिए किया यूपीआई का इस्‍तेमाल
विज्ञापन
German Minister used UPI : UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस। ऑनलाइन पेमेंट भेजने या रिसीव करने की यह भारतीय टेक्‍नॉलजी दुनियाभर में सुर्खियां बटोर रही है। कई देश यूपीआई को अपना चुके हैं और कई इसे अपनाना चाहते हैं। यूपीआई की सबसे बड़ी खूबी है कि छोटे से छोटा पेमेंट भी बिना कोई चार्ज दिए किया जा सकता है। हाल में जर्मनी के एक मंत्री ने UPI को एक्‍सपीरियंस किया। जर्मनी के मिनिस्‍टर ऑफ डिजिटल एंड ट्रांसपोर्ट वोल्कर विसिंग (Volker Wissing) ने समझा कि यूपीआई कितना आसान है। उन्‍होंने इसकी तारीफ की और भारत की कई सफलताओं में से एक बताया। 

भारत में स्थित जर्मन दूतावास ने इससे जुड़े वीडियो और तस्‍वीरें सोशल मीडिया में पोस्‍ट की हैं। इसमें देखा जा सकता है कि जर्मनी के मंत्री ने भारत में एक सब्‍जी वाले से सामान खरीदा। जब पेमेंट की बारी आई, तो उन्‍होंने UPI की मदद ली।  

एक ट्विटर पोस्‍ट में जर्मन एंबेसी इंडिया ने लिखा, भारत की सफलता की कहानियों में से एक है डिजिटल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर। यूपीआई हर किसी को चंद सेकंडों में ट्रांजैक्‍शंस करने में सक्षम बनाता है। लाखों भारतीय इसका इस्‍तेमाल करते हैं। डिजिटल और ट्रांसपोर्ट मिनिस्‍टर @Wissing ने भी यूपीआई पेमेंट्स को एक्‍सपीरियंस किया। यह मोहित करने वाला है। 
 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मन मंत्री इस 19 अगस्‍त को G20 डिजिटल मिनिस्‍टर्स की बैठक में भाग लेने के लिए बंगलूरू में थे। जर्मन दूतावास को उसके पोस्‍ट पर लोगों का समर्थन मिल रहा है। भारतीय यूजर्स ने जर्मन मंत्री को थैंक्‍यू बोला है कि वह भारत की डिजिटल आर्थिक क्रांति का हिस्‍सा बने। 

एक यूजर ने लिखा, भारत की डिजिटल आर्थिक क्रांति का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद। शेयर और इस्‍तेमाल करते हैं। एक अन्‍य यूजर ने लिखा, यह जर्मन मर्चेंट्स और दुकानदारों के लिए फायदेमंद होगा, जो कैश-ओनली ट्रांजैक्‍शंस की समस्‍या से जूझ रहे हैं।  

जर्मन एंबेसी के ट्वीट पर एक यूजर ने पूछ ही लिया- यूपीआई ग्‍लोबल हो गया है। जर्मनी कब यूपीआई प्लेटफॉर्म में शामिल हो रहा है? गौरतलब है कि UPI भारत का बनाया एक फास्‍ट पेमेंट सिस्‍टम है। इसकी मदद से कस्‍टमर फौरन छोटे-बड़े पेमेंट्स कर सकते हैं।  
 

इन देशों ने अपनाई है भारत की UPI टेक्‍नॉलजी 

अब तक श्रीलंका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर ने इसके लिए भारत के साथ साझेदारी की है। इस साल जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत और फ्रांस UPI पेमेंट मैकनिज्‍म का इस्‍तेमाल करने पर सहमत हुए हैं।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Tesla ने बनाया रिकॉर्ड, चीन की फैक्टरी में 40 लाख EV की मैन्युफैक्चरिंग
  2. Xiaomi 17 जल्द होगा भारत में लॉन्च, इंटरनेशनल वेरिएंट की Geekbench पर लिस्टिंग
  3. OnePlus Pad Go 2 जल्द होगा लॉन्च, MediaTek Dimensity 7300 Ultra चिपसेट
  4. Ola Electric ने शुरू की 4680 Bharat Cell वाले S1 Pro+ की डिलीवरी
  5. Realme Narzo 90 Series 5G में मिल सकती है बड़ी बैटरी, भारत में जल्द होगा लॉन्च
  6. Apple के लिए 2026 रहेगा व्यस्त, इन iPhone के साथ टैबलेट और लैपटॉप होंगे पेश
  7. Starlink इंटरनेट कब होगा भारत में लॉन्च, जानें कीमत और प्लान से लेकर सबकुछ
  8. WhatsApp पर कैसे करें अंजान नंबरों को ब्लॉक, ये हैं स्टेप्स
  9. Motorola Edge 70 अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 5,000mAh की बैटरी
  10. Jolla Phone हुआ 50 मेगापिक्सल कैमरा, 12GB RAM के साथ लॉन्च, जानें फीचर्स और कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »