• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Typhoon Hinnamnor : 257km प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा साल का सबसे प्रचंड तूफान, खतरे में ये देश!

Typhoon Hinnamnor : 257km प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा साल का सबसे प्रचंड तूफान, खतरे में ये देश!

सुबह करीब 10 बजे तूफान जापान के ओकिनावा से लगभग 230 किलोमीटर पूर्व में केंद्रित था। हालांकि US जेटीडब्ल्यूसी ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में यह तूफान अपनी कुछ ताकत खो देगा।

Typhoon Hinnamnor : 257km प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा साल का सबसे प्रचंड तूफान, खतरे में ये देश!

टाइफून ‘हिनामनोर’ (Hinnamnor) कैटिगरी-5 का तूफान है। इसकी हवा लगभग 257 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है।

ख़ास बातें
  • जापान और दक्षिण कोरिया को हिट कर सकता है यह तूफान
  • हिनामनोर साल 2022 का सबसे मजबूत तूफान होगा
  • इसका सबसे ज्‍यादा असर जापान में हो सकता है
विज्ञापन
जापान और दक्षिण कोरिया पर साल 2022 के सबसे ताकतवर चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। पूर्वी चीन सागर में आगे बढ़ रहा यह तूफान जापान के पश्चिमी भाग और साउथ कोरिया के दक्षिणी हिस्सों से टकराने के लिए तैयार है। सुपर टाइफून ‘हिनामनोर' (Hinnamnor) कैटिगरी-5 का तूफान है। इसकी हवा लगभग 257 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है। US जॉइंट टाइफून वॉर्निंग सेंटर के अनुसार, वर्तमान में हिनामनोर लगभग 160 मील (257 किलोमीटर) प्रति घंटे बहने वाली हवाओं को लेकर आगे बढ़ रहा है। तूफान की रफ्तार 195 मील प्रति घंटे से अधिक है। इसकी वजह से समुद्र में 15 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के एक अधिकारी के अनुसार, हिनामनोर साल 2022 का सबसे मजबूत तूफान होगा।

रिपोर्टों के अनुसार, तटों से टकराने के बाद इसका सबसे ज्‍यादा असर जापान में हो सकता है। जापान में ओकिनावा और आसपास के कुछ द्वीपों को यह प्रभावित कर सकता है। वहीं, चीन के पूर्वी तट और दक्षिण कोरिया के दक्षिणी हिस्से भी इसकी चपेट में आएंगे। हॉन्गकॉन्ग ऑब्जर्वेटरी के मुताबिक, सुबह करीब 10 बजे तूफान जापान के ओकिनावा से लगभग 230 किलोमीटर पूर्व में केंद्रित था। हालांकि US जेटीडब्ल्यूसी ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में यह तूफान अपनी कुछ ताकत खो देगा। 
 

इस तूफान के खतरे को देखते हुए जापान के कई हिस्सों में आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम का अनुमान लगाने वाली एजेंसियों ने तूफान की वजह से बाढ़ की आशंका जताई है। साथ ही तेज हवाओं से काफी नुकसान हो सकता है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने का खतरा देखते हुए आसपास रहने वाले लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। यह तूफान शुक्रवार को ओकिनावा के दक्षिण में समुद्र के ऊपर पहुंच सकता है और फ‍िर करीब आएगा। फ‍िलहाल यह ताइवान के पास है और दक्षिण की ओर बढ़ रहा था।

तूफान के कारण ओकिनावा की उड़ानें पहले ही बाधित हो चुकी हैं। जापान एयरलाइंस ने बुधवार को इस क्षेत्र से आने-जाने वाली उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि एएनए होल्डिंग्स इंक ने कहा कि गुरुवार तक आठ उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। दोनों कंपनियों ने चेतावनी दी कि आंधी की वजह से पूरे सप्ताह उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।

 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Facebook Messenger हुआ जबरदस्त, HD वीडियो कॉल के साथ AI बैकग्राउंड जैसे फीचर्स आए
  2. 108MP कैमरा के साथ लॉन्‍च होगा HMD Fusion, Amazon पर हुआ लिस्‍ट, जानें प्रमुख फीचर्स
  3. 200MP कैमरा वाली Redmi Note 14 5G स्‍मार्टफोन सीरीज इस दिन होगी भारत में लॉन्‍च, जानें
  4. OPPO Find X8, Find X8 Pro हुए Dimensity 9400 प्रोसेसर, AMOLED डिस्प्ले के साथ लॉन्च, जानें भारत में कीमत
  5. पृथ्वी का 'दूसरा चांद' होने वाला है गायब! 30 साल बाद फिर लौटेगा ...
  6. Elon Musk ने अपने Starship रॉकेट में क्यों भेजा केला? दिलचस्प है वजह, जानें
  7. WhatsApp लाया धांसू फीचर! Status अपडेट में अब ग्रुप को भी कर सकेंगे मेंशन, ऐसे करेगा काम
  8. Google नहीं ला रहा Pixel Tablet 3, रिपोर्ट में हुआ खुलासा!
  9. Apple यूजर्स अलर्ट! कंपनी ने जारी किया इमरजेंसी सिक्योरिटी अपडेट, जल्द करें डाउनलोड, ये रहे स्टेप्स
  10. भारत में Apple के iPhone की दमदार सेल्स, रेवेन्यू बढ़कर 67,100 करोड़ रुपये से ज्यादा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »