एस्टरॉयड (asteroid) का पृथ्वी के नजदीक आना जारी है। आज यानी 29 अगस्त को ‘हवाई जहाज' जितने साइज वाले दो बड़े एस्टरॉयड पृथ्वी के पास से गुजरने जा रहे हैं। इनमें से एक चट्टानी आफत बेहद नजदीक से हमारे ग्रह को क्रॉस करेगी। नासा के अनुसार ये ‘एस्टरॉयड 2022 QX4' और ‘एस्टरॉयड 2017 BU' हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने कोई अलर्ट तो जारी नहीं किया है, पर साइंटिस्ट इन्हें तबतक मॉनिटर करते रहेंगे, जबतक ये पृथ्वी की कक्षा से बहुत दूर नहीं चले जाते।
जानकारी के
अनुसार, ‘एस्टरॉयड 2022 QX4' एक 140 फीट साइज का एस्टरॉयड है। यह आज हमारे ग्रह के नजदीक से गुजरने वाला है। जब यह पृथ्वी के सबसे करीब आएगा, तब दोनों के बीच की दूरी करीब 11 लाख किलोमीटर रह जाएगी। यह एक नजदीकी अप्रोच है। इसके मुकाबले ‘एस्टरॉयड 2017 BU' का आकार करीब 100 फीट है। यह पृथ्वी से 37 लाख किलोमीटर से ज्यादा रहकर अपना सफर पूरा करेगा।
दोनों एस्टरॉयड हमारे लिए किसी तरह का खतरा नहीं हैं, लेकिन वैज्ञानिक इन्हें आखिरी समय तक मॉनिटर करेंगे, क्योंकि एस्टरॉयड कभी भी अपनी दिशा बदल सकते हैं। ये इसलिए भी वैज्ञानिकों को चिंतित करते हैं, क्योंकि करोड़ों साल पहले हमारी पृथ्वी से एक एस्टरॉयड के टकराने के कारण ही डायनासोर खत्म हो गए थे।
नासा के अनुसार, इन्हें लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। एस्टरॉयड लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।
ज्यादातर एस्टरॉयड एक मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है। अबतक खोजे गए सभी एस्टरॉयड का कुल द्रव्यमान पृथ्वी के चंद्रमा से कम है। ज्यादातर एस्टरॉयड का आकार अनियमित होता है। कुछ लगभग गोलाकार होते हैं, तो कई अंडाकार दिखाई देते हैं। कुछ एस्टरॉयड तो ऐसे भी हैं, जिनका अपना चंद्रमा है। कई के दो चंद्रमा भी हैं। वैज्ञानिकों ने डबल और ट्रिपल एस्टरॉयड सिस्टम की खोज भी की है, जिनमें ये चट्टानों एक-दूसरे के चारों ओर घूमती रहती हैं।