• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • वैज्ञानिकों ने दी सौर तूफान की चेतावनी : सूर्य से आएंगी ज्वाला, जानें पृथ्वी पर क्या होगा असर

वैज्ञानिकों ने दी सौर तूफान की चेतावनी : सूर्य से आएंगी ज्वाला, जानें पृथ्वी पर क्या होगा असर

सौर तूफानों की ताकत के हिसाब से पृथ्वी पर उनके विभिन्न प्रकार के प्रभाव हो सकते हैं।

वैज्ञानिकों ने दी सौर तूफान की चेतावनी : सूर्य से आएंगी ज्वाला, जानें पृथ्वी पर क्या होगा असर

Photo Credit: Unsplash/Nasa

इन सब वजहों से पूरे ग्रह में कुछ हैरान करने वाली चीजें दिखाई दे सकती हैं।

ख़ास बातें
  • इस वजह से विभिन्‍न जगहों पर ऊषाकाल aurora नजर आ सकता है
  • फ‍िलहाल तो वैज्ञानिक ने लोगों से इसका मजा लेने के लिए कहा है
  • सौर तूफानों की ताकत के हिसाब से पृथ्वी पर उनके प्रभाव हो सकते हैं
विज्ञापन
वैज्ञानिकों ने एक सौर तूफान की चेतावनी जारी की है। एक विशेषज्ञ ने कहा है कि बहुत जल्‍द सूर्य से कम से कम दो "बिग-फ्लेयर प्लेयर्स" या कहें ज्‍वालाएं आ सकती हैं। अंतरिक्ष मौसम भौतिक विज्ञानी डॉ. तमिथा स्कोव ने कहा कि कई सनस्पॉट क्लस्टर को पृथ्‍वी से भी देखा जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि फ‍िलहाल इस तूफान का फोकस पृथ्‍वी की तरफ नहीं है, लेकिन हम हाई अलर्ट पर हैं। सोलर एक्टिविटी के प्रमुख तौर पर 4 घटक हैं। इनमें शामिल हैं- सोलर फ्लेयर्स, कोरोनल मास इजेक्शन, हाई-स्पीड सोलर विंड और सोलर एनर्जी पार्टिकल्स।

तो, क्या ये सौर गतिविधियां पृथ्वी को प्रभावित करती हैं? नासा के अनुसार, सौर ज्वालाएं पृथ्वी पर तभी असर डालती हैं, जब वो सूर्य के पृथ्‍वी वाले हिस्‍से की तरफ होती हैं। इसी तरह कोरोनल मास इजेक्शन भी पृथ्‍वी पर तभी असर डालेंगे, जब सूर्य के पृथ्‍वी वाले हिस्‍से से बाहर आएंगे। सूर्य से निकाला गया चुंबकीय क्षेत्र और प्‍लाज्‍मा के विशाल बादल को कोरोनल मास इजेक्शन कहते हैं। 

डॉ. तमिथा स्कोव को कोट करते हुए एक्‍सप्रेस ने लिखा है कि इन सब वजहों से पूरे ग्रह में कुछ हैरान करने वाली चीजें दिखाई दे सकती हैं। विभिन्‍न जगहों पर ऊषाकाल aurora नजर आ सकता है। स्‍कोव ने लोगों से इसका मजा लेने के लिए कहा है। 

सौर तूफानों की ताकत के हिसाब से पृथ्वी पर उनके विभिन्न प्रकार के प्रभाव हो सकते हैं। US स्पेस वेदर सेंटर के अनुसार, जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म को G1 माइनर से G5 एक्सट्रीम के पैमाने पर रैंक किया जाता है। मामूली तूफान की वजह से पावर ग्रिड पर असर पड़ सकता है। सैटेलाइट ऑपरेशंस प्रभावित हो सकते हैं। इसके मुकाबले, एक्‍सट्रीम तूफान की वजह से ब्लैकआउट हो सकता है। ऐसे तूफान वोल्‍टेज कंट्रोल जैसी समस्‍याएं पैदा कर सकते हैं, जिससे ग्रिड सिस्‍टम ध्‍वस्‍त हो सकता है। ट्रांसफॉर्मर को नुकसान हो सकता है। स्‍पेसक्राफ्ट ऑपरेशंस में मुश्‍किलें आ सकती हैं। कई और असर भी देखे जा सकते हैं। 

नासा के एक ब्लॉग में बताया गया है कि सूर्य की मैग्निेट‍िक साइकल हर 11 साल में एक ओवरड्राइव में चली जाती है। इस साइकल के पीक पर होने के दौरान सूर्य के मैग्निेट‍िक पोल्‍स पलटते हैं। इसे सोलर मैक्सिमम के रूप में जाना जाता हैै। सूर्य के मैग्निेटि‍क में बदलाव होने से ज्‍यादा सनस्पॉट और ऊर्जा पैदा होती है। इससे सोलर पार्टिकल्‍स में विस्‍फोट होता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ईमेल करते हैं, तो कोई इंसान जवाब ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Xiaomi ने लॉन्च किया गजब वॉटर प्यूरीफायर जो बर्फ भी जमाता है और पानी भी गर्म करता है
  2. iQOO 15 vs OnePlus 13s vs Vivo X200 FE: जानें कौन सा फोन है बेहतर?
  3. WhatsApp लगा रहा AI चैटबॉट पर प्रतिबंध, ChatGPT और अन्य AI प्लेटफॉर्म नहीं करेंगे काम
  4. दिवाली के बाद भी Flipkart पर ऑफर्स का बारिश, मात्र 10 हजार से भी सस्ता मिल रहा Oppo का ये 5G स्मार्टफोन
  5. भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और बैटरी पर सब्सिडी के खिलाफ चीन ने की WTO में शिकायत
  6. Poco F8 Ultra जल्द हो सकता है लॉन्च, NBTC वेबसाइट पर हुई लिस्टिंग
  7. भारत के स्मार्टफोन मार्केट में Vivo का पहला स्थान बरकरार, Apple का 10 प्रतिशत मार्केट शेयर
  8. Redmi K90 Pro Max में होगा 6.9 इंच डिस्प्ले, पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा
  9. OnePlus 15 आ रहा है इंडिया, 7300mAh बैटरी और 165Hz रिफ्रेश रेट जैसे स्पेसिफिकेशन्स हुए कंफर्म
  10. पॉल्यूशन की टेंशन खत्म! यहां देखें Rs 10,000 के अंदर आने वाले टॉप एयर प्यूरीफायर (2025 एडिशन)
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »