अंतरिक्ष की घटनाओं में रूचि रखने वालों के लिए आज बेहद खास दिन है। आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यानी 2025 में पहली बार कोई ग्रहण लगने जा रहा है जो दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण बेहद खास है क्योंकि यह पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं है। यह आंशिक सूर्य ग्रहण है और इसमें सूरज के एक छोटे से हिस्से पर ही ग्रहण लगेगा। यानि चंद्रमा की छाया आज सूर्य के एक हिस्से पर पड़ने वाली है। नासा के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तर पश्चिमी अफ्रीका, ग्रीनलैंड, आइसलैंड, और पूर्वी कनाडा के हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में सूर्य ग्रहण की क्या स्थिति रहेगी, आइए विस्तार से आपको बताते हैं।
सूर्य ग्रहण कब और कैसे देखेंआज
साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा हमारी पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजर रहा होता है। ऐसे में चंद्रमा बीच में आ जाता है और इसकी छाया सूरज पर पड़ती है। आंशिक सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा की छाया सूरज के एक छोटे से हिस्से पर पड़ती है। इसके विपरीत, पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा की पूरी छाया सूरज पर पड़ती है।
सूर्य ग्रहण 2025 भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए यहां पर सूर्य ग्रहण का सूतक भी लागू नहीं होगा। ऐसे में सूर्य ग्रहण के किसी नियम पालन की आवश्यकता यहां पर नहीं बताई गई है। यूरोप, अफ्रीका, ग्रीनलैंड, आइसलैंड, और कनाडा के कई हिस्सों में सूर्य का ग्रहण दिखाई देगा। न्यूयॉर्क शहर, बोस्टन, मॉन्ट्रियल और क्यूबेक, साइबेरिया, कैरिबियन में भी आंशिक ग्रहण देखा जा सकेगा।
भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण 2.20PM पर शुरू होगा। यह सायं तक चलेगा और 6.13PM तक रहेगा। हालांकि यहां पर ग्रहण देखा नहीं जा सकेगा। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए वैज्ञानिक सलाह देते हैं कि यह नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। इसके लिए कोई सुरक्षित उपकरण आंखों पर जरूर पहनना चाहिए। ग्रहण देखने के लिए सलाह दी जाती है कि केवल ऐसे सौर व्यूअर्स का उपयोग करें जो अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानक ISO 12312-2 का अनुपालन करते हों।