• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • चांद पर जाने के लिए नए रास्‍ते की ‘खोज’ शुरू, Nasa ने लॉन्‍च किया क्‍यूबसैट मिशन

चांद पर जाने के लिए नए रास्‍ते की ‘खोज’ शुरू, Nasa ने लॉन्‍च किया क्‍यूबसैट मिशन

यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की कक्षा का परीक्षण करने वाले पहले अंतरिक्ष यान के रूप में काम करेगा।

चांद पर जाने के लिए नए रास्‍ते की ‘खोज’ शुरू, Nasa ने लॉन्‍च किया क्‍यूबसैट मिशन

अपने काम से यह भविष्य के अंतरिक्ष यानों के लिए पैदा होने वाले खतरों को कम करने में मदद करेगा।

ख़ास बातें
  • फ‍िलहाल यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा के रास्ते पर है
  • यह एक नए रूट की टेस्टिंग करेगा
  • भविष्‍य के मिशनों के लिए खतरे कम करने में मिलेगी मदद
विज्ञापन
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) एक बार फ‍िर से इंसान को चंद्रमा पर उतारने का लक्ष्‍य लेकर चल रही है। इसके लिए उसने आर्टिमिस मिशन तैयार किया है। मंगलवार को नासा ने माइक्रोवेव ओवन के साइज वाला क्‍यूबसैट (CubeSat) लॉन्‍च किया है। इसका पूरा नाम है- सिस्लुनार ऑटोनॉमस पोजिशनिंग सिस्टम टेक्नोलॉजी ऑपरेशंस एंड नेविगेशन एक्सपेरिमेंट (CAPSTONE)। क्‍यूबसैट कैपस्‍टोन को न्यूजीलैंड के माहिया प्रायद्वीप से लॉन्‍च किया गया। 

फ‍िलहाल यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा के रास्ते पर है। इस साल नवंबर में चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद कैपस्टोन मिशन को तैनात किया जाएगा। यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की कक्षा का परीक्षण करने वाले पहले अंतरिक्ष यान के रूप में काम करेगा। अपने काम से यह भविष्य के अंतरिक्ष यानों के लिए पैदा होने वाले खतरों को कम करने में मदद करेगा।
अंतरिक्ष यान में लगा डेडिकेटेड पेलोड फ्लाइट कंप्यूटर और रेडियो यह पता लगाएगा कि क्यूबसैट अपने ऑर्बिटल पाथ में कहां है। कुल मिलाकर यह फ्यूचर में चांद पर जाने वाले मिशनों के लिए एक नए रूट को टेस्‍ट करेगा। सबकुछ ठीक रहा, तो आर्टिमिस मिशन के तहत भेजे जाने वाले स्‍पेसक्राफ्ट को भी नए रूट से होकर चांद पर भेजा जा सकता है। 

बात करें आर्टिमिस मिशन की, तो यह नासा के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोग्राम्‍स में से एक है। इसका मकसद 1970 के दशक के बाद पहली बार इंसान को चंद्रमा पर उतारना है। नासा का लक्ष्य लंबे समय के लिए चंद्रमा पर इंसान की मौजूदगी स्‍थापित करना है। इसके साथ ही मंगल पर जाने के लिए चंद्रमा को लॉन्चपैड में बदलना है। आर्टिमिस-1 इस जटिल सीरीज का पहला हिस्‍सा है। वहीं, SLS रॉकेट दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट होने जा रहा है, जो मिशन को तेजी से आगे भेजने में सक्षम होगा। 

बीते दिनों अमेरिकी स्‍पेस एजेंसी ने बताया था कि उसकी टीमें आर्टेमिस मिशन के प्रमुख हिस्सों को भी टेस्‍ट कर रही हैं, जिन्‍हें पहले दो मिशन के बाद लॉन्‍च किया जाना है। ये आर्टिमिस-3, 4 और 5 मिशन होंगे। आर्टेमिस-1 मिशन के जरिए चंद्रमा को एक्‍स्‍प्‍लोर किया जाएगा। यह स्‍पेसक्राफ्ट चार से छह सप्ताह में पृथ्वी से 280,000 मील की यात्रा करेगा। हालांकि मिशन की लॉन्चिंग में देरी हुई है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Royal Enfield की पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Flying Flea C6 अगले वर्ष होगी लॉन्च  
  2. भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर नाराज हुए अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump
  3. Netflix की ऐडवर्टाइजमेंट वाली सर्विस के सब्सक्राइबर्स हुए 9 करोड़ से ज्यादा
  4. OnePlus के Ace 5 Racing Edition, Ace 5 Ultra का अगले सप्ताह होगा लॉन्च
  5. जुलाई से इन 7 Redmi और Poco फोन्स को नहीं मिलेगा अपडेट, कहीं आपका भी तो नहीं इनमें से एक?
  6. Samsung Galaxy S25 मिल रहा है Rs 11 हजार तक सस्ता, ऐसे उठाएं इस ऑफर का फायदा
  7. Vivo का सरप्राइज! 12GB रैम, 6000mAh बैटरी वाला Vivo V50 Elite Edition फोन लॉन्च, FREE मिल रहे ईयरबड्स
  8. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 1,02,000 डॉलर से नीचे
  9. 144Hz डिस्प्ले, 50MP कैमरा और 120W चार्जिंग के साथ आएगा iQOO Neo 10, जानें कितनी होगी कीमत?
  10. OnePlus 15 के कैमरा स्पेसिफिकेशंस फिर लीक, 6500+mAh बैटरी, 100W चार्जिंग से होगा लैस!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »