वैज्ञानिकों ने खोजा डायनासोर के गायब होने पर बना क्रेटर

यह क्रेटर समुद्र की सतह से 300 मीटर से अधिक नीचे है। इसका डायमीटर लगभग 8.5 किलोमीटर का है।

वैज्ञानिकों ने खोजा डायनासोर के गायब होने पर बना क्रेटर

यह लगभग 6.6 करोड़ वर्ष पुराना है

ख़ास बातें
  • यह क्रेटर समुद्र की सतह से 300 मीटर से अधिक नीचे है
  • इसका डायमीटर लगभग 8.5 किलोमीटर का है
  • यह डायनासोर के गायब होने पर बना हो सकता है
विज्ञापन
पिछले कई वर्षों से दुनिया भर में डायनासोर को लेकर बहुत से अनुमान लगाए गए हैं। वैज्ञानिकों ने पश्चिम अफ्रीका में गिनी के तट के निकट एक बड़े विस्फोट से बना एक क्रेटर खोजा है और उनका कहना है कि यह डायनासोर के गायब होने पर बना हो सकता है। यह लगभग 6.6 करोड़ वर्ष पुराना है। 

New York Times ने एक रिसर्च के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा है कि यह क्रेटर समुद्र की सतह से 300 मीटर से अधिक नीचे है। इसका डायमीटर लगभग 8.5 किलोमीटर का है। इसकी पहचान ब्रिटिश यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक Uisdean Nicholson ने क्लाइमेट चेंज से जुड़े एक अन्य प्रोजेक्ट के लिए सेस्मिक डेटा का विश्लेषण करने के दौरान की है। उन्होंने बताया, "मैं पिछले 20 वर्षों से इस तरह के सर्वे का विश्लेषण कर रहा हूं लेकिन मैंने कभी ऐसी कोई चीज नहीं देखी।" Nicholson क्रेटर की खुदाई कर उसमें मौजूद खनिजों की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि क्या यह एक एस्ट्रॉयड के टकराने से बना था या नहीं। 

हाल ही में भारत में मध्य प्रदेश के धार में डायनासोर के अंडे की खोज का दावा किया गया था। इस अंडे के अंदर भी एक अंडा मिला है। यह अंडे डायनासोर जीवाश्म नेशनल पार्क में पाए गए। जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में छपी एक स्‍टडी के अनुसार, यह खोज ‘अनूठी और महत्वपूर्ण' है। इससे पहले किसी सरीसृप में अंडे के अंदर अंडे की खोज नहीं की गई। यह इस बात पर भी रोशनी डाल सकता है कि क्या डायनासोर की रिप्रो‍डक्टिव बायलॉजी कछुओं, मगरमच्छों या पक्षियों के समान थी। गौरतलब है कि डायनासोर के जीवाश्‍म अपर क्रेटेशियस लैमेटा फॉर्मेशन में पाए गए हैं, जो पश्चिम और मध्य भारत में 5,000 किलोमीटर तक फैला है।

इसका मतलब है कि मध्य और पश्चिमी भारत में डायनासोर के जीवाश्मों से काफी जानकारी मिल सकती है। खासतौर पर उनके प्रजनन के बारे में। वैज्ञानिक अबतक मानते हैं कि डायनासोर का प्रजनन रेप्‍टाइल्‍स जैसा था, पर उनमें अंडे के अंदर अंडा नहीं होता। ऐसा कहा जा रहा है कि जो अंडा मिला है, वह टाइटनोसॉरिड डायनासोर का है। इनका आकार करीब 50 फीट तक होता था। ये क्रेटेशियस पीरियड के दौरान दक्षिणी गोलार्ध में रहते थे। वैज्ञानिक इन डायनासोरों के बारे में अबतक ज्‍यादा खोज नहीं कर पाए हैं। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Research, Scientists, Crator, Explosion, Claim, dinosaur, Seismic
गैजेट्स 360 स्टाफ

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ईमेल करते हैं, तो कोई इंसान जवाब ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. HMD T21 Tablet भारत में हुआ लॉन्च, 8,200 mAh की बैटरी, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. Moto G96 5G की कल से शुरू होगी बिक्री, जानें प्राइस ऑफर्स
  3. Realme 15 Pro 5G में मिलेगा 50 मेगापिक्सल का Sony IMX896 प्राइमरी कैमरा
  4. भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से धरती पर वापसी से लेकर टेस्ला के मुंबई में शोरूम खोलने तक, ये हैं आज की महत्वपूर्ण खबरें
  5. Samsung इंडिया में 19 जुलाई को ला रहा है Galaxy F36 5G, लॉन्च से पहले सामने आया डिजाइन
  6. Tesla ने मुंबई में शुरू किया पहला शोरूम, जानें कितना होगा कंपनी की इलेक्ट्रिक कार का प्राइस
  7. अब बिना OTP के नहीं मिलेगी Tatkal टिकट! IRCTC का नया नियम आज से लागू, यहां जानें पूरा प्रोसेस
  8. India में YouTube 'Hype' फीचर, 500 सब्सक्राइबर्स वाले भी अब होंगे वायरल, जानें सबकुछ
  9. भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक स्पेस मिशन के बाद धरती पर हुई वापसी, प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
  10. भारत सरकार की चेतावनी, लैपटॉप यूजर्स हो जाएं सावधान, हैकर्स चुरा सकते हैं निजी जानकारी, जानें कैसे करें बचाव
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »