इंसान को दोबारा चंद्रमा पर उतारने के लिए Nasa तैयार करेगी एक और मून लैंडर

शुरुआत में उसने सिर्फ एलन मस्क के मालिकाना हक वाली स्पेसएक्स (SpaceX) को चुना था। अब ऐसा लगता है कि नासा अपनी रणनीति पर फ‍िर विचार कर रही है।

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गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 25 मार्च 2022 15:54 IST
ख़ास बातें
  • फ्यूचर के मिशन के लिए नासा चंद्रमा को लॉन्‍चपैड बनाना चाहती है
  • वह चंद्रमा से मंगल ग्रह पर पहुंचना चाहती है
  • आर्टिमिस प्रोग्राम नासा के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण है

आर्टेमिस प्रोग्राम का मकसद लगभग तीन दशक बाद इंसान को चंद्रमा पर उतारना है।

Photo Credit: Twitter/@NASAArtemis

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) अपने आर्टिमिस प्रोजेक्‍ट (Artemis project) के तहत एक बार फ‍िर से इंसान को चंद्रमा पर भेजने की तैयारी कर रही है। अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने के लिए नासा ने कई प्राइवेट स्‍पेसक्राफ्ट इस्‍तेमाल करने की योजना बनाई है। शुरुआत में उसने सिर्फ एलन मस्क के मालिकाना हक वाली स्पेसएक्स (SpaceX) को चुना था। अब ऐसा लगता है कि नासा अपनी रणनीति पर फ‍िर विचार कर रही है। नासा ने इस हफ्ते ऐलान किया कि वह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक अन्‍य प्राइवेट मून लैंडर के डेवलपमेंट को सपोर्ट करना चाहती है। आर्टेमिस प्रोग्राम का मकसद लगभग तीन दशक बाद इंसान को चंद्रमा पर उतारना है और इस दशक के आखिर तक वहां एक स्थायी उपस्थिति तैयार करना है। नासा ने फ्यूचर के अंतरिक्ष मिशन के लिए चंद्रमा को एक लॉन्‍चपैड की तरह इस्‍तेमाल करने की योजना भी बनाई है। वह चंद्रमा से मंगल ग्रह पर पहुंचना चाहती है। 

अगले कुछ हफ्तों में नासा एक ड्राफ्ट जारी करेगी, ताकि स्पेसएक्स के साथ-साथ लूनार लैंडर को डेवलप करने के लिए मार्केट में दूसरा दावेदार लाया जा सके। इससे आगे चलकर चंद्रमा पर लैंडिंग से जुड़ी बाकी जरूरतें भी पूरी होंगी। अपने एक बयान में नासा के ह्यूमन लैंडिंग सिस्‍टम प्रोग्राम की प्रोग्राम मैनेजर लिसा वाटसन-मॉर्गन ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि दो कंपनियां अपने लैंडर्स में अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से ले जाएंगी। 

चंद्रमा और उससे आगे तक पहुंचने के लिए नासा को एक शक्तिशाली रॉकेट की जरूरत है। इसके लिए वह स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट तैयार कर रही है। पिछले साल अप्रैल में नासा ने एक रॉकेट बनाने के लिए स्‍पेसएक्‍स को भी अपने साथ जोड़ा है। दोनों मिलकर स्‍टारशिप तैयार कर रहे हैं। दोनों रॉकेट के निर्माण लगभग होने वाला है और जल्द ही इन्‍हें फाइनल टेस्‍ट किया जा सकता है। 

मिशन के लिए कई रॉकेट सिस्टम रखने की योजना नई नहीं है। नासा ने आर्टेमिस के लिए कई प्राइवेट मून लैंडर रखने की योजना बनाई थी, ताकि कॉम्पिटिशन को आगे बढ़ाया जा सके और उसके पास बैकअप तैयार रहे। हालांकि एजेंसी के पास पैसों की कमी थी। साल 2019 के बजट संशोधन में नासा ने बताया कि साल 2024 तक इंसान को दोबारा चंद्रमा पर भेजने के लिए उसे अतिरिक्‍त 1.6 बिलियन डॉलर (लगभग 12188.88 करोड़ रुपये) की जरूरत है।

इसके बाद नासा ने स्पेसएक्स के साथ काम आगे बढ़ाया, लेकिन उसे विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, जेफ बेजोस की ब्‍लू ओरिजिन समेत बाकी तमाम प्‍लेयर्स भी इस प्रोजेक्‍ट में शामिल होना चाहते हैं। अब लगता है कि नासा दूसरे प्राइवेट लैंडर को इसमें शामिल करके मिशन को आगे बढ़ाना चाहती है। मुमकिन है कि उसकी पैसों की कमी भी दूर हो गई है। 
 
 

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