दो कोशिशें फेल होने के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) कथित तौर पर 23 सितंबर को अपने ‘आर्टेमिस 1' मून रॉकेट को लॉन्च करने की तीसरी कोशिश पर विचार कर रही है। एक जानकारी यह भी है कि एजेंसी 27 सितंबर को मिशन को लॉन्च कर सकती है। Phys.org की एक रिपोर्ट के अनुसार, नासा के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर फॉर एक्सप्लोरेशन सिस्टम डेवलपमेंट, ‘जिम फ्री' ने गुरुवार को खुलासा किया कि आगामी आर्टेमिस I लॉन्च की अगली संभावित तारीखें 23 और 27 सितंबर हो सकती हैं। लॉन्च करने का यह नासा का तीसरा प्रयास होगा।
बताया जाता है कि नासा के पास 23 सितंबर को 80 मिनट की लॉन्च विंडो और 27 सितंबर को 70 मिनट की लॉन्च विंडो होगी।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि उस सप्ताह में एक और महत्वपूर्ण प्रोग्राम की योजना नासा ने बनाई है। दरअसल, पृथ्वी के निकट मौजूद चीजों से हमारे ग्रह को बचाने के लिए नासा का डबल एस्टरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट (DART) 26 सितंबर को एक एस्टरॉयड से टकराने वाला है।
चंद्रमा पर सबसे पहले इंसान को पहुंचाने वाला अमेरिका और उसकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा एक बार फिर से मून मिशन लॉन्च करने में जुटी है। लेकिन आर्टिमिस मिशन का पहला फेज यानी आर्टिमिस 1 मिशन (Artemis 1) दो बार रद्द हो चुका है। पहली कोशिश में स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट के RS-25 इंजन में खराबी के कारण मिशन को स्थगित किया गया, जबकि दूसरी बार में रॉकेट और लिक्विड हाइड्रोजन ईंधन फीड लाइन के बीच ‘क्विक डिस्कनेक्ट' इंटरफेस में हाइड्रोजन रिसाव के कारण मिशन को टालना पड़ा।
हाल में नासा ने बताया था कि वह उस फॉल्टी सील को बदल देगी जिसके कारण रिसाव हुआ था। इस बीच रॉकेट अभी भी लॉन्चपैड पर है। जो दो तारीखें अब सामने आ रही हैं, हमें उनका इंतजार करना होगा। यही माना जाना चाहिए कि नासा इस महीने आर्टिमिस 1 मिशन को लॉन्च कर देगी। यह मिशन अपने निर्धारित समय से काफी लेट हो गया है। रॉकेट की टेस्टिंग के वक्त से ही इसमें कई खामियां सामने आती रही हैं, जिसने मिशन की तारीखों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
आखिरकार इसे 29 अगस्त के लिए सेट किया गया था, लेकिन आखिरी वक्त में मिशन को टाल दिया गया। इस मिशन की सफलता पर नासा के आगामी मिशन भी टिके हैं। आर्टिमिस 1 मिशन में कोई अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर नहीं जाएगा, लेकिन आर्टिमिस III मिशन के दौरान एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस में भेजा जा सकता है। नासा ने उस मिशन की तैयारी भी शुरू कर दी है और अंतरिक्ष यात्रियों के स्पेससूट तैयार करने की जिम्मेदारी एक्सिकॉम स्पेस को सौंपी है।