ब्रह्मांड में होने वाली घटनाएं पूरी दुनिया को आकर्षित करती हैं। इन्हीं में से एक सालाना दिखाई देने वाली लियोनिड उल्का बौछारें इस बार 6 नवंबर से चल रही हैं। 17 नवंबर के आसपास यह अपने पीक पर पहुंचेंगी। लियोनिड्स को प्रमुख उल्का शॉवर में से एक माना जाता है। अंधेरे वाली जगह से इसका नजारा सबसे अच्छा दिखाई देता है। खासतौर पर गांव के इलाकों में, जहां आकाश एकदम साफ होता है। लियोनिड शावर के दौरान एक घंटे के अंदर 10-15 उल्का को देखा जा सकता है। लियोनिड्स में कुछ सबसे तेज उल्काएं होती हैं, जो 71 किमी प्रति सेकंड की गति से यात्रा कर सकती हैं।
कब, कहां देख सकते हैं
EarthSky के अनुसार, इसे देखने का सबसे अच्छा समय चंद्रमा के अस्त होने के बाद सूर्योदय होने से ठीक पहले का है। इसे देखने के लिए मुमकिन हो तो शहर से बाहर ऐसी जगह जाएं, जहां डार्क अंधेरा हो। गांव के इलाके बेहतरीन हैं, क्योंकि वहां घना अंधेरा रहता है। आकाश में हर जगह ये उल्काएं दिखाई देंगी।
लियोनिड शॉवर एक निश्चित समय के बाद आने वाला उल्कापिंडों का तूफान है। हालांकि वैज्ञानिकों को इस साल ऐसी घटना की उम्मीद नहीं है। उल्कापिंडों के इस तूफान में हर घंटे 1,000 से अधिक उल्काएं दिखाई देती हैं। साल 1833 से लियोनिड्स आमतौर पर हर 33 साल में एक तूफान पैदा कर रहा है, लेकिन यह निश्चित नहीं है।
ऐसे देखें बेहतरीन नजारे
ब्रह्मांड में होने वाली इस शानदार घटना को देखने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी कुछ
टिप्स दी हैं।
शहर की रोशनी और प्रदूषण से दूर जाएं। ऐसी जगह जाएं, जहां रात को आसमान साफ दिखे और आसपास घना अंधेरा हो। नजारे को देखने को लिए धैर्य रखने की जरूरत है। कम से कम 30 मिनट तक देखें। क्योंकि आपको देर हो सकती है, इसलिए कुर्सी पर बैठकर इंतजार करें। इससे आप थकेंगे नहीं।
रात को तापमान कम रहता है, इसलिए गर्म कपड़े पहन लें। ठंड से बचने के लिए आग ना जलाएं, इससे रोशनी बढ़ेगी और आप जो नजारा देखना चाहते हैं, वह फीका पड़ सकता है।