अंतरिक्ष में तैनात सबसे बड़ी दूरबीन ‘जेम्स वेब टेलीस्काेप' (James Webb Space Telescope) ब्रह्मांड के रहस्यों से पर्दा हटा रही है। पिछले साल जुलाई में इसने अपना काम शुरू किया था। तब से अबतक यह कई ऐसी तस्वीरें दिखा चुकी है, जो पहले सामने नहीं आई थीं। इस दफा जेम्स वेब ने एक और रिकॉर्ड बनाया है। टेलीस्काेप ने ब्रह्मांड में अबतक देखे गए सबसे सुदूर ब्लैक होल (Black Hole) का पता लगाया है। अनुमान है कि यह विशालकाय ब्लैक होल हमारे सूर्य से भी 9 करोड़ गुना बड़ा है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (Nasa) का
मानना है कि यह कथित ब्लैक होल ‘बिग बैंग' की घटना के 57 करोड़ साल बाद बना होगा। यह CEERS 1019 नामक आकाशगंगा में मौजूद है। इसी आकाशगंगा में वैज्ञानिकों ने 2 छोटे ब्लैक होल्स का पता भी लगाया है। अनुमान है कि ये बिग बैंग के 1 अरब वर्ष बाद बने।
विशालकाय ब्लैक होल का पता लगाने के लिए जेम्स वेब टेलीस्कोप की नियर और मिड इन्फ्रारेड इमेजेस का इस्तेमाल किया गया। जेम्स वेब टेलीस्कोप की सबसे बड़ी खूबी है कि अंतरिक्ष के अंधेरे में हाई रेजॉलूशन वाली तस्वीर हासिल कर सकता है। नासा ने दिसंबर 2021 में इस टेलीस्कोप को लॉन्च किया था। जेम्स वेब के निर्माण में 10 अरब डॉलर (लगभग 75,330 करोड़ रुपये) की लागत आई है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी बताया है कि CEERS 1019 में पाया गया ब्लैक होल शुरुआती ब्रह्मांड में खोजे गए ब्लैक होल्स के मुकाबले छोटा है। यह 90 लाख सौर द्रव्यमान के बराबर है। यह काफी हद तक वैसा ही है, जैसा हमारी आकाशगंगा के केंद्र में मौजूद ब्लैक होल है। उसका द्रव्यमान भी 46 लाख सौर द्रव्यमान माना जाता है।
वैज्ञानिकों को यह भी लगता है कि जेम्स वेब टेलीस्कोप जल्द ऐसे ब्लैक होल का पता लगा लेगा, जो अभी खोजे गए ब्लैक होल से भी बहुत दूर होगा। वैसे भी रिकॉर्ड टूटने के लिए बनते हैं। किसी जमाने में हबल टेलीस्कोप (hubble Telescope) की चर्चा ब्रह्मांड की तस्वीरों के लिए होती थी। अब उसकी जगह जेम्स वेब ने ले ली है, जो नई क्षमताओं से लैस है। यही वजह है कि हम सुदूर ब्रह्मांड को इतने खूबसूरत अंदाज में देख पा रहे हैं।