• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप ने खोजा 99% पृथ्‍वी के जैसा ग्रह, क्‍या वहां जीवन भी है? जानें

जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप ने खोजा 99% पृथ्‍वी के जैसा ग्रह, क्‍या वहां जीवन भी है? जानें

James Webb Telescope : रिपोर्टों के अनुसार, LHS 475 b नाम का यह ग्रह हमारी पृथ्‍वी के जैसा है। इसका व्‍यास 99 फीसदी पृथ्‍वी के व्‍यास जितना है।

जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप ने खोजा 99% पृथ्‍वी के जैसा ग्रह, क्‍या वहां जीवन भी है? जानें

James Webb Telescope : इस ग्रह का सबसे पहले पता नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने लगाया था।

ख़ास बातें
  • जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप ने की खोज
  • LHS 475 b है इस टेलीस्‍कोप का नाम
  • काफी हद तक पृथ्‍वी के जैसा है यह ग्रह
विज्ञापन
अंतरिक्ष में तैनात दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन ‘जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलिस्‍कोप' (James Webb Telescope) पिछले साल से हमें ब्रह्मांड के बारे में नई-नई जानकार‍ियां दे रही है। अब इस टेलिस्‍कोप ने हमारे सौर मंडल के बाहर एक ग्रह को खोज निकाला है। टेलिस्‍कोप ने पहली बार हमारे सौर मंडल के बाहर कोई ग्रह (एक्‍सोप्‍लैनेट) खोजा है। खास बात है कि यह ग्रह हू-ब-हू पृथ्‍वी के जैसा है। तो क्‍या जेम्‍स वेब ने पृथ्‍वी के बाहर जीवन की खोज कर ली है? पृथ्‍वी से मिलता-जुलता यह ग्रह किन खूबियों को समेटे हुए है, आइए जानते हैं।  

जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप ने जिस ग्रह को खोजा है, उसे पूर्व में LHS 475 b नाम से क्‍लासिफाइड किया गया था। यह एक एक्‍सोप्‍लैनेट है। एक्‍सोप्‍लैनेट शब्‍द का इस्‍तेमाल उन ग्रहों के लिए किया जाता है, जो हमारे सूर्य की परिक्रमा नहीं करते। रिपोर्टों के अनुसार, LHS 475 b नाम का यह ग्रह हमारी पृथ्‍वी के जैसा है। इसका व्‍यास 99 फीसदी पृथ्‍वी के व्‍यास जितना है। 

इस ग्रह का सबसे पहले पता नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने लगाया था। तब ऐसा लगा था कि यह एक ग्रह हो सकता है। इस बात की पुष्टि जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप से निरीक्षण के बाद की गई। LHS 475 b पृथ्‍वी से 41 प्रकाश वर्ष दूर ऑक्टान (Octans) तारामंडल में है। हालांकि अभी यह कहना मुश्किल है कि पृथ्‍वी जैसे इस ग्रह में जीवन होने की संभावना कितनी है। 

आने वाले दिनों में वैज्ञानिक यह समझने का प्रयास करेंगे‍ कि ग्रह का वातावरण कैसा है। वैज्ञानिकों की टीम अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि एक्सोप्लैनेट पर वायुमंडल है या नहीं। हालांकि वैज्ञानिकों को लगता है कि इस ग्रह पर वैसा वायुमंडल नहीं हो सकता, जैसा पृथ्‍वी पर है। 

इस ग्रह की कुछ और खास बातें हैं, मसलन- यह अपने सूर्य की परिक्रमा सिर्फ दो दिनों में पूरी कर लेता है। इसका मतलब है कि ग्रह अपने तारे के बहुत नजदीक है। इसके सूर्य का तापमान हमारे सूर्य के मुकाबले आधे से भी कम है, इसीलिए रिसर्चर्स का अनुमान है कि इसमें एक वातावरण हो सकता है।  
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में कारों पर 100 प्रतिशत के इम्पोर्ट टैरिफ पर Elon Musk की Tesla को ऐतराज
  2. Honor Band 10 स्मार्टबैंड में मिलता है 14 दिन की बैटरी बैकअप और AMOLED डिस्प्ले, इस कीमत पर हुआ लॉन्च
  3. 20 साल पहले आज ही के दिन यूट्यूब पर अपलोड हुआ था पहला वीडियो, जिसने बदल दी कंटेंट की दुनिया
  4. Samsung Galaxy M56 5G की आज से सेल शुरू, Rs 3 हजार के डिस्काउंट पर खरीदने का मौका
  5. सेमीकंडक्टर बनाने वाली Intel में होगी हजारों वर्कर्स की छंटनी
  6. AI हर बीमारी का इलाज कर सकता है? DeepMind के CEO ने किया चौंकाने वाला दावा
  7. चीन ने शुरू कर दिया दुनिया का पहला 10G नेटवर्क, इस शहर से हुई शुरुआत
  8. Honor ने लॉन्च किया GT Pro, ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  9. Meta ने नया वीडियो क्रिएशन ऐप Edits किया लॉन्च, वीडियो प्रोडक्शन होगा शानदार
  10. Samsung Galaxy M36 6GB रैम, Exynos प्रोसेसर के हुआ Geekbench पर टेस्ट, जल्द होगा लॉन्च!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »