150 ग्राम का पांडा देखा है? चीन ने कमाल कर दिया

पैदा हुए पांडा में मेल और फीमेल दोनों हैं। जन्‍म के समय इनका वजन 16.2 औंस (459 ग्राम) और 5.3 औंस (150.252473 ग्राम) था।

150 ग्राम का पांडा देखा है? चीन ने कमाल कर दिया

दोनों पांडा स्‍वस्‍थ बताए गए हैं। दोनों अपनी मां के साथ समय बिता रहे हैं और माहौल के साथ एडजस्‍ट कर रहे हैं।

ख़ास बातें
  • पैदा हुए पांडा में मेल और फीमेल दोनों हैं
  • दोनों ने अभी तक अपनी आंखें नहीं खोली हैं
  • चीन ने पहली बार साल 1955 में पांडा के प्रजनन के प्रयास शुरू किए थे
विज्ञापन
बीते करीब 40 साल में चीन ने पांडा (panda) के संरक्षण को लेकर काफी काम किया है। इस मंगलवार को चीन के एक प्रजनन (breeding) केंद्र में जुड़वां पांडा ने जन्‍म लिया है। खास बात यह है कि ये पांडा कृत्रिम गर्भाधान (artificial insemination) के जरिए पैदा हुए हैं। बीते कुछ साल में चीन के प्रजनन केंद्रों के बीच कृत्रिम गर्भाधान काफी लोकप्रिय हुआ है। ऐसा इसलिए भी है, क्‍योंकि आमतौर पर पांडा प्रजनन के लिए प्रेरित नहीं होते हैं।

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, पैदा हुए पांडा में मेल और फीमेल दोनों हैं। जन्‍म के समय इनका वजन 16.2 औंस (459 ग्राम) और 5.3 औंस (150.252473 ग्राम) था। दोनों पांडा स्‍वस्‍थ बताए गए हैं। दोनों अपनी मां के साथ समय बिता रहे हैं और माहौल के साथ एडजस्‍ट कर रहे हैं। 

दोनों पांडा अभी गुलाबी रंग के दिखाई दे रहे हैं। खास बात यह है कि दोनों ने अभी तक अपनी आंखें नहीं खोली हैं। बताया जाता है कि कम से कम छह सप्ताह के बाद ये अपनी आंखें खोलेंगे। इनकी मां ‘किन किन' का जन्म भी प्रजनन केंद्र में हुआ था। इससे पहले ‘किन किन' ने साल 2020 में जुड़वां फीमेल पांडा को जन्म दिया था।

चीन ने पहली बार साल 1955 में पांडा के प्रजनन के प्रयास शुरू किए थे। उसे साल 1963 में में कामयाबी मिली, जब 9 सितंबर को ‘मिंग मिंग' नाम के पांडा का बीजिंग चिड़ियाघर में जन्‍म हुआ था। उसके बाद से चीन ने कई सफल कोशिशें कीं। प्रजनन केंद्रों में जन्‍मे कई पांडा को बाद में जंगलों में भी छोड़ा गया। बताया जाता है कि अब चीन के जंगलों में पांडा की आबादी तेजी से बढ़ रही है। अनुमान है कि यह 1,800 तक पहुंच गई है।

इसके अलावा, करीब 500 पांडा चीन के चिडि़याघरों में हैं। साल 2021 में चीन ने ऐलान किया कि वह पांडा को विलुप्‍त हो रही प्रजातियों की लिस्‍ट से हटा रहा है। पांडा को पहली बार साल 1990 में विलुप्‍त होने वाली प्रजाति के तौर पर कैटिगराइज किया गया था। 30 से ज्‍यादा साल तक संरक्षण के बाद उनकी संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। पांडा बांस के जंगलों में रहना पसंद करते हैं और चीन ने बांस के जंगलों को फ‍िर से लगाकर उनके आवास को बढ़ाने में मदद की है।  
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple के नए MacBook और iPads में मिल सकती है OLED स्क्रीन
  2. iQOO Neo 11: गेमर्स के लिए आया मिड-रेंज फोन, इसमें है 7500mAh बैटरी और कूलिंग सिस्टम, जानें कीमत
  3. Huawei Mate X7 के लॉन्च की तैयारी, मिल सकता है 7.95 इंच फोल्डेबल डिस्प्ले 
  4. Smartphone Blast: हाथ में फट गया Samsung का ये नया फ्लैगशिप फोन! फिर उठे सेफ्टी पर सवाल
  5. बैंक के Wi-Fi का नाम अचानक हुआ 'Pak Zindabad', मच गया हड़कंप!
  6. इतना छोटा, लेकिन है पावरहाउस! Asus के नए Mini Gaming PC का कॉन्फिगरेशन जानकर रह जाओगे दंग
  7. BSNL को मिले Bharti Airtel से ज्यादा नए मोबाइल सब्सक्राइबर्स
  8. IND vs AUS Live: भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच LIVE ऐसे देखें बिल्कुल फ्री!
  9. मुनाफा बढ़ने के बाद भी इस बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी ने नौकरी से निकाल दिए 200 से ज्यादा कर्मचारी
  10. प्रदूषण से परेशान? Rs 20 हजार से सस्ते मिल रहे ये एयर प्यूरिफायर, खरीदने से पहले ध्यान रखें ये बातें
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »