• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • SpaceX ने लॉन्‍च किए 48 स्‍टारलिंक सैटेलाइट्स, 10 हफ्तों में अंतरिक्ष में भेजे 480 उपग्रह

SpaceX ने लॉन्‍च किए 48 स्‍टारलिंक सैटेलाइट्स, 10 हफ्तों में अंतरिक्ष में भेजे 480 उपग्रह

स्पेसएक्स ने कहा है कि इन सैटेलाइट्स के जरिए वह उन इलाकों में लो-लेटेंसी वाला हाई-स्‍पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाना चाहती है, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी मौजूद नहीं है।

SpaceX ने लॉन्‍च किए 48 स्‍टारलिंक सैटेलाइट्स, 10 हफ्तों में अंतरिक्ष में भेजे 480 उपग्रह

स्पेसएक्स पहले ही 2,000 से अधिक ऐसे सैटेलाइट्स को लॉन्‍च कर चुकी है।

ख़ास बातें
  • स्पेसएक्स 2,000 से अधिक ऐसे सैटेलाइट्स को लॉन्‍च कर चुकी है
  • इस साल के अंत तक कई और सैटेलाइट्स लॉन्‍च किए जाने की उम्‍मीद है
  • स्पेसएक्स को 12 हजार से ज्‍यादा सैटेलाइट्स लॉन्‍च की इजाजत मिली है
विज्ञापन
एलन मस्‍क (Elon Musk) के मालिकाना हक वाली स्पेसएक्स (SpaceX) ने 48 और स्टारलिंक इंटरनेट सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में लॉन्च किया है। इन सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में पहुंचाने के लिए फाल्कन-9 (Falcon 9) रॉकेट ने 9 मार्च को अमेरिका के फ्लोरिडा से उड़ान भरी। रॉकेट का पहला स्‍टेज अटलांटिक महासागर में स्थित स्पेसएक्स ड्रोन जहाज पर वापस लौट आया। खास बात यह है कि बीते 10 हफ्तों में स्‍पेसएक्‍स का यह 10वां लॉन्‍च था। हरेक लॉन्‍च में 48 सैटेलाइट्स थे। स्पेसएक्स ने कहा है कि इन सैटेलाइट्स के जरिए वह उन इलाकों में लो-लेटेंसी वाला हाई-स्‍पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाना चाहती है, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी मौजूद नहीं है। 

एकसाथ मिलकर ये सैटेलाइट्स पृथ्वी की निचली कक्षा में एक बड़ा तारामंडल बनाते हैं, जिसे स्टारलिंक कहा जाता है। स्पेसएक्स पहले ही 2,000 से अधिक ऐसे सैटेलाइट्स को लॉन्‍च कर चुकी है। इस साल के अंत तक कई और सैटेलाइट्स लॉन्‍च किए जाने की उम्‍मीद है। स्पेसएक्स को 12 हजार से ज्‍यादा स्टारलिंक सैटेलाइट्स को लॉन्‍च करने की इजाजत मिली है। 

लॉन्‍च से जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए एलन मस्क ने ट्वीट किया कि और 48 स्टारलिंक अभी ऑर्बिट में पहुंचे हैं। एलन मस्‍क पूरी दुनिया में स्‍टारलिंक सैटेलाइट्स का जाल बिछाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उनकी यह महत्वाकांक्षा अंतरिक्ष में बढ़ते उपग्रहों के मलबे से चिंता बढ़ाती है। ध्‍यान रहे कि स्पेसएक्स ने 30,000 सैटेलाइट्स को लॉन्च करने की मंजूरी मांगी है।
 

स्पेसएक्स के ज्‍यादातर लॉन्‍च ‘फाल्कन 9' रॉकेट के जरिए किए गए हैं। यह दुनिया का पहला ऑर्बिटल-क्‍लास रॉकेट है और दोबारा उड़ान भर सकता है। इस रॉकेट ने जून 2010 में अपनी पहली टेस्टिंग की थी। फाल्‍कन-9 रॉकेट को रीयूज करने से सैटेलाइट्स को लॉन्‍च करने की लागत में कमी आती है। 

स्‍पेसएक्‍स के इस प्रोजेक्‍ट को हाल में कुछ असफलताओं का सामना भी करना पड़ा है। पिछले महीने अंतरिक्ष में आए एक तूफान की वजह से स्पेसएक्स सैटेलाइट्स का पूरा बैच तबाह हो गया। उसके दर्जनों सैटेलाइट्स अंतरिक्ष से गिर गए और पृथ्‍वी के वातावरण में आते ही जलकर बर्बाद हो गए। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए स्पेसएक्स ने सैटेलाइट्स को और ऊंचाई पर तैनात करने का फैसला किया है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Xiaomi MIX Flip 2 हुआ 50MP कैमरा, Snapdragon 8 Elite के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
  2. Xiaomi Smart Band 10 लॉन्च, 150 से ज्यादा मोड का करेगा सपोर्ट, जानें फीचर्स
  3. Google ने Gemini CLI के साथ बदला AI का खेल, डेवलपर्स के लिए एक ओपन सोर्स एआई एजेंट, खर्च भूल जाइए
  4. Samsung Galaxy M36 5G आज होगा लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स, ऐसे देखें लाइव इवेंट
  5. भारत में 1 लाख से महंगे आने वाले फ्लैगशिप स्मार्टफोन, Samsung से लेकर Apple और Xiaomi हैं शामिल
  6. Samsung का Galaxy M36 5G कल होगा लॉन्च, 20,000 रुपये से कम हो सकता है प्राइस
  7. अमेरिकी वीजा लेना है तो देनी होगी सोशल मीडिया की पूरी जानकारी, नहीं तो...
  8. 12 घंटे में सोल्ड आउट होने वाली DOR TV सर्विस हुई बंद, जानें क्या होगा ग्राहकों का?
  9. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  10. Rs 99 में बिक रही AADHAAR, Voter ID और एड्रेस की डिटेल्स, Telegram बॉट से बड़ा डेटा लीक!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »