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चीन ने 34 साल के दो युवा एस्‍ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा, 6 महीने बाद लौटेंगे

शेनझोउ 19 स्‍पेसक्राफ्ट का बुधवार की सुबह सफलतापूर्वक लॉन्‍च किया गया। यह 6 महीने का मिशन पूरा करेगा।

चीन ने 34 साल के दो युवा एस्‍ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा, 6 महीने बाद लौटेंगे

Photo Credit: BBC

लगभग 10 मिनट के बाद, स्‍पेसक्राफ्ट और रॉकेट अलग हो गए। तय समय पर अंतरिक्ष यात्री ऑर्बिट में प्रवेश कर गए थे।

ख़ास बातें
  • शेनझोउ 19 अंतरिक्ष में हुआ लॉन्‍च
  • तीन अंतरिक्ष यात्री भेजे गए स्‍पेस में
  • दो यात्रियों की उम्र सिर्फ 34 साल है
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चीन का शेनझोउ 19 (Shenzhou 19) मिशन लॉन्‍च हो गया है। दुनियाभर में इसकी चर्चा हो रही है, क्‍योंकि ड्रैगन ने 34 साल के दो युवाओं को अंतरिक्ष में भेजा है। उनके नाम सांग लिंगडॉन्‍ग (Song Lingdong) और वांग होजे (Wang Haoze) हैं। सांग की जन्‍म अगस्‍त 1990 में हुआ था, जबकि वांग मार्च 1990 में जन्‍मी थीं। दोनों महज 34 साल के हैं। सांग लिंगडॉन्‍ग चीन की ओर से भेजे जाने वाले सबसे कम उम्र के एस्‍ट्रोनॉट बन गए हैं। वहीं, वांग चीन की इकलौती महिला स्‍पेसफ्लाइट इंजीनियर बताई जाती हैं। 

रिपोर्टों के अनुसार, शेनझोउ 19 स्‍पेसक्राफ्ट का बुधवार की सुबह सफलतापूर्वक लॉन्‍च किया गया। यह 6 महीने का मिशन पूरा करेगा। स्‍पेसक्राफ्ट को लॉन्ग मार्च-2एफ रॉकेट की मदद से उत्तर-पश्चिम चीन के च्यूछ्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से लॉन्च किया गया।

लगभग 10 मिनट के बाद, स्‍पेसक्राफ्ट और रॉकेट अलग हो गए। तय समय पर अंतरिक्ष यात्री ऑर्बिट में प्रवेश कर गए थे। बताया जा रहा है कि अब तीनों अंतरिक्ष यात्री चीन के तियांगोंग स्‍पेस स्‍टेशन में डॉक करेंगे। यह टीम शेनझोउ 18 के एस्‍ट्रोनॉट्स से कामकाज अपने हाथ में लेगी। स्‍पेस स्‍टेशन में रहने के दौरान चीनी अंतरिक्ष यात्री स्‍पेसवॉक भी करेंगे। 
 

चीन का स्‍पेस स्‍टेशन पृथ्‍वी से 340 से 450 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। साल 2021 में पहली बार तियांगोंग स्‍पेस स्‍टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों का एक दल पहुंचा था, जिसने वहां 90 दिन बिताए थे। तब स्‍पेस स्‍टेशन का पहला भाग पूरा हुआ था। स्‍पेस स्‍टेशन की दूसरी और तीसरी यूनिट्स को पिछले साल और इस साल लॉन्‍च किया गया। 

तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन एक 55 मीटर लंबा स्‍टेशन है। इसका वजन 77 टन है। यह अमेरिका और रूस के दबदबे वाले इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन से 20 फीसदी बड़ा है। इस स्‍पेस स्‍टेशन पर भी कई प्रयोग किए जा रहे हैं। चीन की अंतरिक्ष एजेंसी कम से कम एक दशक तक इस स्‍पेस स्‍टेशन को ऑपरेट करना चाहती है। 
 
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