एस्टरॉयड्स (Asteroid) का पृथ्वी के करीब आना जारी है। एक के बाद एक कई चट्टानी आफतें हमारे ग्रह के नजदीक से गुजर रही हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने बताया है कि आज यानी मंगलवार को मल्टीस्टोरी बिल्डिंग जितना बड़ा एस्टरॉयड पृथ्वी के पास आएगा। इसका नाम है एस्टरॉयड (2023 TW6)। 280 फुट आकार यह एस्टरॉयड जब पृथ्वी के पास से गुजरेगा, तब दोनों के बीच दूरी 73 लाख 40 हजार किलोमीटर रह जाएगी।
नासा जेपीएल की
वेबसाइट बताती है कि यह एस्टरॉयड लगभग 88 हजार 7 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से पृथ्वी की ओर आ रहा है। पृथ्वी से इसकी नजदीकी दूरी को देखते हुए वैज्ञानिकों ने इसे संभावित रूप से खतरनाक की कैटिगरी में रखा है। हालांकि पृथ्वी से इसके टकराने की संभावना नहीं है।
यह भी जानकारी मिली है कि एस्टरॉयड (2023 TW6) अपोलो ग्रुप्स के एस्टरॉयड से संबंधित है और साल 2013 में रूस के एक शहर पर गिरे एस्टरॉयड से लगभग 6 गुना बड़ा है। इस तरह के एस्टरॉयड पृथ्वी से टकरा जाएं, तो बड़ी तबाही ला सकते हैं।
वैज्ञानिक मानते आए हैं कि करोड़ों साल पहले हमारी धरती से डायनासोरों का खात्मा भी एक एस्टरॉयड की टक्कर के बाद मचे विनाश से हुआ था। एस्टरॉयड (2023 TW6) की एक और खास बात है, यह करीब 100 पहले भी हमारे ग्रह के नजदीक आया था और अगली बाद 2030 में पृथ्वी के करीब से गुजर सकता है।
नासा के
अनुसार, इन्हें लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।