Aliens Alert! अमेरिकी सेना को द‍िख रहे ढेरों UFO, 2022 में सैकड़ों मामले हुए रिपोर्ट

Aliens Alert! AARO की ओर से स्‍पष्‍ट किया गया है कि उन्‍हें एलियंस लाइफ के कोई सबूत अभी तक नहीं मिले हैं।

Aliens Alert! अमेरिकी सेना को द‍िख रहे ढेरों UFO, 2022 में सैकड़ों मामले हुए रिपोर्ट

Aliens Alert! गौरतबल है कि दुनिया में UFO को लेकर सबसे ज्‍यादा बहस अमेरिका में होती है। वहां के कई सांसद, आम नागरिक भी UFO और एलियंस के वजूद को स्‍वीकार करते हैं।

ख़ास बातें
  • जुलाई में पेंटागन का नया ऑफ‍िस बनाया गया था
  • इस ऑफ‍िस को मिली हैं सैकड़ों रिपोर्ट
  • हालांकि एलियंस लाइफ के कोई सबूत अभी तक नहीं मिले हैं
विज्ञापन
अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्‍जेक्‍ट्स यानी UFO के मामलों को रिपोर्ट करने के लिए अमेरिका में इस साल जुलाई में पेंटागन का नया ऑफ‍िस बनाया गया था। इस ऑफ‍िस को UFO से जुड़ी सैकड़ों रिपोर्ट मिली हैं। जानकारी के अनुसार, ऑल-डोमेन अनोमली रेजॉलूशन ऑफिस (AARO) को अमेरिकी सैन्‍य कर्मियों द्वारा सैकड़ों की संख्‍या में UFO देखे जाने की रिपोर्ट दी गई हैं। हालांकि AARO की ओर से स्‍पष्‍ट किया गया है कि उन्‍हें एलियंस लाइफ के कोई सबूत अभी तक नहीं मिले हैं।  

एक न्‍यूज एजेंसी की खबर के अनुसार, यह ऑफ‍िस आसमान के साथ-साथ पानी और अंतरिक्ष में दिखाई देने वाले UFO को ट्रैक करने के लिए जिम्‍मेदार है। UFO देखे जाने के नए मामलों की जानकारी अमेरिका की सेना, नौसेना और वायुसेना के कर्मचारियों द्वारा दी गई है। रिपोर्टों में UFO, UAP आदि के बारे में बताया गया है। 

AARO का काम अमेरिकी सेना द्वारा रिपोर्ट कराए गए UFO के मामलों की जांच करना है। ऐसा कोई भी ऑब्‍जेक्‍ट जो अंतरिक्ष में, हवा में, जमीन पर, समुद्र में या समुद्र के नीचे दिखाई देता है और उसे पहचाना नहीं जा सकता, उसकी जांच करना AARO का काम है। हालांकि पेंटागन ने नवंबर में ही बताया था कि उसने UFO से जुड़ी कई रिपोर्ट्स को सुलझा लिया है और ज्‍यादातर UFO के चीन व रूस का संभावित ड्रोन होने की उम्‍मीद है। जानकारी के अनुसार, AARO इस साल की गई अपनी जांच के बारे जल्‍द एक डिटेल रिपोर्ट पेश कर सकता है।   

गौरतबल है कि दुनिया में UFO को लेकर सबसे ज्‍यादा बहस अमेरिका में होती है। वहां के कई सांसद, आम नागरिक भी UFO और एलियंस के वजूद को स्‍वीकार करते हैं। UFO और उससे जुड़े खतरों से खुद को बचाने पर भी अमेरिका काम कर रहा है। वहां के टॉप एयरोस्पेस इंजीनियर और साइ‍ंटिस्‍ट लोगों को UFO से सुरक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं। अमेरिका में एक प्रोजेक्‍ट शुरू किया जा रहा है, जिसके तहत UAP (अनआइडेंटिफाइड एरियल फ‍िनॉमिना) को स्‍टडी किया जाएगा। अमेरिकी प्रशासन इस बात को स्‍वीकार करने लगा है कि UAP और UFO जैसी चीजें मिलिट्री और कमर्शल एयरक्राफ्ट के लिए सुरक्षा खतरा पैदा करते हैं। नए प्रोजेक्‍ट का मकसद उस खतरे को कम करना है।   

अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स और नासा (Nasa) ने एक टेक्‍नॉलजी को स्‍टडी करने के लिए 3 कमिटियों की स्‍थापना की है, जो यह समझेगी कि घुसपैठ की वजह से पायलट और यात्रि‍यों की सुरक्षा कैसे प्रभावित होती है। कमिटी में शामिल एक पूर्व नौसेना लड़ाकू पायलट रयान ग्रेव्स ने कहा कि हम एक नए क्षेत्र में कदम रख रहे हैं।

 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में इस हफ्ते लॉन्च होंगे ये स्मार्टफोन, Realme से लेकर Lava और iQOO का रहेगा जलवा
  2. Samsung Galaxy F36 5G vs Moto G96 5G vs Redmi Note 14 5G: 20 हजार में कौन सा रहेगा बेस्ट फोन?
  3. कोडिंग प्रतियोगिता में AI को इस शख्स ने दी मात, मानव अभी तक मशीन से आगे
  4. भारत का बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX बना हैकिंग का शिकार, 368 करोड़ रुपये का हुआ लॉस
  5. Maruti Suzuki की इलेक्ट्रिक Vitara सितंबर में होगी लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशंस, रेंज
  6. Tecno Pova 7 Pro vs Moto G96 5G vs Samsung Galaxy M36 5G: जानें कौन सा फोन रहेगा बेस्ट
  7. सैमसंग की नई फोल्डेबल स्मार्टफोन सीरीज ने भारत में बनाया बुकिंग का रिकॉर्ड
  8. Redmi 15C में मिल सकती है 6,000mAh बैटरी, जल्द लॉन्च की तैयारी
  9. Samsung Galaxy F36 5G Launched in India: 5000mAh बैटरी और AI फीचर्स वाला सैमसंग फोन भारत में लॉन्च, जानें कीमत
  10. AI से नेताओं की नौकरी तो सुरक्षित है, लेकिन क्या आप सेफ हैं?
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »