Aliens का तोड़ निकालने में जुटा अमेरिका! UFO के खतरे से ऐसे बचाएगा विमानों को

Aliens : एक टेक्‍नॉलजी को स्‍टडी करने के लिए 3 कमिटियों की स्‍थापना की है, जो यह समझेगी कि घुसपैठ की वजह से पायलट और यात्रि‍यों की सुरक्षा कैसे प्रभावित होती है।

Aliens का तोड़ निकालने में जुटा अमेरिका! UFO के खतरे से ऐसे बचाएगा विमानों को

Aliens : इस साल मई में एक सुनवाई में टॉप अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा था कि पिछले 20 साल में आकाश में उड़ने वाली अज्ञात वस्तुओं की संख्‍या बढ़ गई है।

ख़ास बातें
  • अमेरिकी एजेंसियां UAP को स्‍टडी करने के लिए प्राेजेक्‍ट शुरू कर रही हैं
  • मकसद, मिलिट्री और कमर्शल एयरक्राफ्ट की सुरक्षित रखना है
  • अमेरिका में UFO देखे जाने के मामले अब काफी बढ़ गए हैं
विज्ञापन
एलियंस और UFO के बारे में ज्‍यादा से ज्‍यादा जानने के लिए दुनियाभर के देश मेहनत कर रहे हैं। अमेरिका इनमें सबसे आगे है। वहां के टॉप एयरोस्पेस इंजीनियर और साइ‍ंटिस्‍ट लोगों को UFO से सुरक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं। अब एक प्रोजेक्‍ट शुरू किया जा रहा है, जिसके तहत UAP (अनआइडेंटिफाइड एरियल फ‍िनॉमिना) को स्‍टडी किया जाएगा। अमेरिकी प्रशासन इस बात को स्‍वीकार करने लगा है कि UAP और UFO जैसी चीजें मिलिट्री और कमर्शल एयरक्राफ्ट के लिए सुरक्षा खतरा पैदा करते हैं। नए प्रोजेक्‍ट का मकसद उस खतरे को कम करना है।   

politico ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स और नासा (Nasa) ने एक टेक्‍नॉलजी को स्‍टडी करने के लिए 3 कमिटियों की स्‍थापना की है, जो यह समझेगी कि घुसपैठ की वजह से पायलट और यात्रि‍यों की सुरक्षा कैसे प्रभावित होती है। कमिटी में शामिल एक पूर्व नौसेना लड़ाकू पायलट रयान ग्रेव्स ने कहा कि हम एक नए क्षेत्र में कदम रख रहे हैं।

यह कदम उस सार्वजनिक सुनवाई के बाद उठाया गया है, जो इस साल मई में हुई थी। इस सुनवाई में टॉप अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा था कि पिछले 20 साल में आकाश में उड़ने वाली अज्ञात वस्तुओं की संख्‍या बढ़ गई है। रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी अमेरिकी सांसदों को दी थी। इसके बाद जून में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा था कि वह एलियन या UFO का रहस्य पता करने के लिए वैज्ञानिकों की स्पेशल टीम बना रही है। 

बहरहाल, मौजूदा मिशन का मकसद UAP के बारे में वैज्ञानिक जानकारी को बढ़ाना और विमानन सुरक्षा में सुधार करना है। मिशन का अंतिम उद्देश्य उन UFO के बारे में ज्‍यादा से ज्‍यादा जानना है, जो वास्तव में अस्पष्ट हैं। माना जा रहा है कि मिशन से जुड़ा साइंटिफ‍िक फ्रेमवर्क इस साल के आखिर तक पूरा हो जाएगा। 2023 के अंत तक पहली ‘स्टेट ऑफ टेक रिपोर्ट' जारी करने की योजना है। 

इस साल मई में पेंटागन के अधिकारी ने अमेरिकी कांग्रेस के सदस्‍यों को बताया था कि पिछले 20 साल में कुल 400 UFO देखे गए हैं और यह आंकड़ा पहले से दोगुना हो गया है। हालांकि पेंटागन के अधिकारियों ने यह साफ किया था कि किसी तरह की अलौकिक उत्पत्ति का सबूत उनके सामने नहीं आया है।
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 144Hz डिस्प्ले, 50MP कैमरा और 120W चार्जिंग के साथ आएगा iQOO Neo 10, जानें कितनी होगी कीमत?
  2. OnePlus 15 के कैमरा स्पेसिफिकेशंस फिर लीक, 6500+mAh बैटरी, 100W चार्जिंग से होगा लैस!
  3. Xiaomi का नया स्टैंडिंग AC लॉन्च: 40 सेकंड में ठंडा करेगा रूम, सेल्फ क्लीनिंग भी शामिल! जानें कीमत
  4. Oppo Pad SE टैबलेट 11 इंच डिस्प्ले, 9340mAh बैटरी, 33W फास्ट चार्जिंग के साथ लॉन्च, जानें कीमत
  5. Infinix GT 30 Pro में गेमर्स के लिए मिलेंगे इनबिल्ट शोल्डर ट्रिगर्स और स्मार्ट लाइटिंग, जल्द होगा लॉन्च
  6. Amazfit Balance 2 स्मार्टवॉच सिंगल चार्ज में 21 दिन बैटरी, 10ATM वाटर रसिस्टेंस के साथ लॉन्च, जानें कीमत
  7. Xiaomi TV F Pro 2026: शाओमी ने 32, 43, 50, 55, 65 और 75 इंच 4K QLED TV किए लॉन्च, जानें कीमत
  8. Itel का सस्ता फोन Itel A90 भारत में 4GB रैम, 5000mAh बैटरी के साथ Rs 6,499 में लॉन्च, जानें खास फीचर्स
  9. Dubai में भी की जा सकेंगी क्रिप्टोकरेंसीज से पेमेंट, Crypto.com के साथ किया टाई-अप
  10. Oppo के Reno 14 Pro में होगी 6.83 इंच की स्क्रीन, 6,200mAh बैटरी
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »