Asteroid : एस्टरॉयड का पृथ्वी के करीब आना लगातार जारी है। दुनियाभर के वैज्ञानिक और स्पेस एजेंसियां इन पर निगाह बनाए रखती हैं, बावजूद इसके बुधवार को एक चट्टानी आफत पृथ्वी तक पहुंच गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक छोटा एस्टरॉयड पृथ्वी के वायुमंडल से टकराकर क्रैश हुआ और जल उठा। हालांकि उसकी वजह से किसी नुकसान की खबर नहीं है। एस्टरॉयड के पृथ्वी पर पहुंचने से कुछ देर पहले ही वैज्ञानिकों को उसके बारे में पता चला था। राहत की बात रही कि एस्टरॉयड का आकार छोटा था, वरना यह आबादी वाले इलाके में गिरकर नुकसान पहुंचा सकता है।
यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) का
कहना है कि बुधवार 4 सितंबर फिलीपींस के लुजोन द्वीप के पास पश्चिमी प्रशांत महासागर के ऊपर 3 फुट यानी करीब 1 मीटर साइज का एस्टरॉयड वायुमंडल से टकराया। टक्कर होते ही एस्टरॉयड में आग लग गई और वह जल उठा। उसकी वजह से धरती पर कोई नुकसान नहीं हुआ।
पृथ्वी से टकराने वाले एस्टरॉयड का नाम ‘2024 RW1' रखा गया है। इसे कैटालिना स्काई सर्वे की मदद से साइंटिस्ट जैकलीन फेजेकास ने खोजा। रिपोर्ट के अनुसार, यह अबतक का नौंवा एस्टरॉयड है, जिसे पृथ्वी से टकराने से ऐन पहले ट्रैक किया गया।
Nasa की एस्टरॉयड ट्रैक करने वाली वेबसाइट का अनुमान था कि एस्टरॉयड की वजह से आग का गोला फिलीपींस के पूर्वी तट से दिखाई दे सकता है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं, जिनमें हरे रंग की आग का गोला नजर आ रहा है।
What is Asteroid
नासा के
अनुसार, इन्हें लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं। ज्यादातर एस्टरॉयड एक मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है। अबतक खोजे गए सभी एस्टरॉयड का कुल द्रव्यमान पृथ्वी के चंद्रमा से कम है।