अंतरिक्ष में पृथ्वी से लाखों किलोमीटर की दूरी पर हजारों एस्टरॉयड मौजूद हैं। ये चट्टानी टुकड़े सौरमंडल के निर्माण के समय ही स्पेस में बिखर गए थे, ऐसा कहा जाता है। इसीलिए ये ग्रहों की तरह सौरमंडल के एकलौते तारे, यानि कि सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं। स्पेस एजेंसी नासा अपने अलग अलग अंतरिक्ष अभियानों के जरिए खगोलीय पिंडों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई है। NASA के मुताबिक, अंतरिक्ष में 7.3 लाख चट्टानें बिखरी हुई हैं जो हमारे सौरमंडल में घूम रही हैं। इन चट्टानों में से 16 हजार हमारी धरती के काफी करीब मौजूद हैं। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी बड़ी संख्या में पृथ्वी के चारों ओर खतरा मौजूद है।
स्पेस एजेंसी नासा
एस्टरॉयड को लगातार ट्रैक करती है, और पृथ्वी की ओर आने वाली चट्टानों से संभावित खतरे को देखते हुए एस्टरॉयड अलर्ट जारी करती है। इसके लिए नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) नामक शाखा काम करती है। JPL के अनुसार, एस्टरॉयड 2020 NC धरती की ओर बिजली की रफ्तार से चला आ रहा है। यह अगले 24 घंटों में धरती के बेहद करीब पहुंच जाएगा। इसका साइज 400 फीट का है। इस विशालकाय चट्टान के लिए नासा ने कहा है कि यह जब धरती के सबसे करीब होगा तो दोनों के बीच की दूरी 53 लाख किलोमीटर के लगभग होगी।
400 फीट की खतरनाक चट्टान एस्टरॉयड 2020 NC (
Asteroid 2020 NC) के लिए अलर्ट जारी करते हुए नासा ने कहा है कि यह 27,800 किलोमीटर प्रतिघंटा से भी ज्यादा स्पीड से धरती की ओर बढ़ रहा है। इतने बड़े साइज के एस्टरॉयड धरती के लिए खतरा माने गए हैं। हालांकि
नासा ने एस्टरॉयड 2020 एनसी के लिए टकराने जैसी सूचना जारी नहीं की है। इस बड़ी चट्टान के अलावा 2 और एस्टरॉयड आज धरती के करीब आने वाले हैं। आइए इनके बारे में भी जानते हैं।
नासा ने कहा है कि आज 2023 MB6 नाम का एक और एस्टरॉयड धरती की ओर बढ़ रहा है। इसका साइज 130 फीट का है। यह भी आकार में काफी बड़ा है। यह हवाई जहाज के साइज का है। यह धरती के करीब 2,330,000 किलोमीटर की दूरी तक आने वाला है। 150 फीट से बड़े एस्टरॉयड पृथ्वी के काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन एस्टरॉयड 2023 MB6 (
asteroid 2023 MB) के लिए नासा ऐसी कोई चेतावनी जारी नहीं की है। एक तीसरा एस्टरॉयड भी धरती के करीब से आज गुजरने वाला है।
एस्टरॉयड 2023 LG2 (a
steroid 2023 LG2) भी आज पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। यह 80 फीट का है। जब यह धरती के सबसे करीबी पॉइंट पर होगा तो दोनों खगोलीय पिंडों के बीच की दूरी 2,180,000 किलोमीटर होगी। ऊपर बताए गए दोनों ही एस्टरॉयड हवाई जहाज जितने बड़े हैं। इनसे छोटे एस्टरॉयड भी कई बार बड़ा नुकसान कर जाते हैं। NASA का कहना है कि पृथ्वी के पास मंडरा रहे 16 हजार एस्टरॉयड में से 1784 एस्टरॉयड ऐसे हैं जो कभी भी धरती से टकरा सकते हैं। क्योंकि इनकी दिशा बदल जाने की संभावना काफी होती है।