पृथ्वी पर प्रलय, और अंतरिक्ष से आफत कब आ जाएगी इसकी भविष्यवाणी मनुष्य के हाथ में नहीं है। ब्रह्मांड खगोलीय पिंडों का अनंत सागर है, और पृथ्वी का अस्तित्व इसमें बूंद के हजारवें हिस्से से भी कई लाख गुना छोटा है। फिर भी हमारा यह ग्रह इतना बड़ा है कि इसका व्यास 12,756 किलोमीटर का है। स्पेस शटल को धरती का एक फेरा लगाने में 27,880 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से भी 90 मिनट, यानि कि 1.5 घंटा लग जाता है। तो आप इसके आकार की कल्पना कर सकते हैं कि यह कितना बड़ा है। ऐसे में इसका गुरुत्वाकर्षण भी बहुत शक्तिशाली है। नेशनल साइंस फाउंडेशन के मुताबिक, पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण इतना शक्तिशाली है कि यह 9.8 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से किसी वस्तु को अपनी ओर खींच सकता है। ऐसे में कई बार उल्का पिंड और एस्टरॉयड भी धरती की ओर खिंचे चले आते हैं।
एस्टरॉयड अगर गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में आकर धरती पर गिर जाए तो यह धरती के बड़े हिस्से को तबाह कर सकता है। इन दिनों एस्टरॉयड धरती के बहुत ही करीब से होकर गुजर रहे हैं। 1 किलोमीटर तक चौड़ाई की एक चट्टान हाल ही में धरती के करीब से गुजरी है। और इनका आना थम नहीं रहा है। नासा ने आज फिर से कई विशालकाय एस्टरॉयड के आने की सूचना दी है। एक नहीं, बल्की 3 चट्टानें आज धरती की ओर आ रही हैं।
नासा ने आज यानि
29 जून का एस्टरॉयड अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि 200 फीट बड़ा चट्टान का टुकड़ा आज धरती की ओर आ रहा है। इसका नाम एस्टरॉयड 2023 MR1 है। यह धरती के सबसे करीबी बिंदु पर आकर इससे सिर्फ 2,290,000 किलोमीटर दूर रह जाएगा। इसके आकार की तुलना नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ने एक बड़े हवाई जहाज से की है। एस्टरॉयड 2023 MR1 (
asteroid 2023 MR1) का आकार उस आकार से बड़ा है जिसे नासा धरती के लिए खतरा मानती है। यानि कि 150 से बड़ा चट्टानी टुकड़ा धरती को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में देखना होगा कि धरती के करीब आने पर इसकी स्थिति कैसी रहेगी।
एस्टरॉयड 2023 MN1 (
asteroid 2023 MN1) एक अन्य चट्टानी टुकड़ा है जो आज ही धरती की तरफ आ रहा है। यह भी एक बड़ा एस्टरॉयड है जो साइज में 110 फीट का बताया गया है। यह भी एक हवाई जहाज के जितना बड़ा बताया गया है। धरती से सबसे करीबी बिुंद पर यह 3,650,000 किलोमीटर दूर रहेगा। ऐसे में इससे खतरे जैसी आशंका नासा ने नहीं जताई है। लेकिन साइज को देखते हुए यह खतरनाक एस्टरॉयड कहा जा सकता है।
तीसरा एस्टरॉयड 2023 MX2 (
asteroid 2023 MX2) है। यह अन्य दो एस्टरॉयड से साइज में काफी छोटा है। इसका साइज 24 फीट का है जो कि एक बस के जितना बड़ा कहा जा सकता है। नासा ने इसका सबसे करीबी बिंदु 453,000 किलोमीटर बताया है। जो कि बहुत ही कम दूरी है। यह लगभग 4 लाख किलोमीटर की दूरी तक पहुंचने वाला है। इतने करीब आने पर एस्टरॉयड के धरती के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव में आने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन नासा ने टकराव जैसी संभावना के बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं दी है।