अंतरिक्ष में तारे, ग्रह, उपग्रह, क्षुद्र ग्रह (एस्टरॉयड) और उल्काओं जैसे खगोलीय पिंड मौजूद हैं। हमारे सौरमंडल के 8 ग्रहों के अलावा इसमें एस्टरॉयड भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। नासा के अनुसार, अभी तक 7 लाख 30 हजार से ज्यादा एस्टरॉयड खोजे जा चुके हैं जिनमें से 16000 एस्टरॉयड पृथ्वी और उसके आसपास मौजूद हैं। नासा इन्हें नियर अर्थ ऑब्जेक्ट (near earth object) भी कहती है, यानि कि ऐसे खगोलीय पिंड, जो लगातार पृथ्वी के आसपास मंडरा रहे हैं। NASA ने इन 16 हजार एस्टरॉयड में से 1784 एस्टरॉयड को संभावित रूप से पृथ्वी के लिए खतरनाक घोषित किया है। क्योंकि इनके साथ संभावना बताई गई है कि ये अपनी दिशा बदल सकते हैं।
एस्टरॉयड इन दिनों बड़ी संख्या में पृथ्वी के पास से होकर गुजर रहे हैं। नासा इनकी स्टडी कर रही है। अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक ये उसी पदार्थ के बने हैं जिससे कि हमारा पूरा
सौरमंडल बना हुआ है, इसलिए इनकी स्टडी करना महत्वपूर्ण खोज मानी जाती है। 4.6 अरब साल से अस्तित्व में मौजूद ये चट्टानी टुकड़े कई बार पृथ्वी के इतने करीब आ जाते हैं कि इनका टकराने का खतरा पैदा हो जाता है। उल्का पिंड भी इन्हीं के छोटे टुकड़े बताए जाते हैं, जो अक्सर धरती पर गिरते रहते हैं। लेकिन अगर बड़ा एस्टरॉयड ही धरती पर आ गिरे तो क्या हो? नासा ने आज एक भारी भरकम एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है।
पृथ्वी के पास मौजूद 16 हजार एस्टरॉयड में से 1784 खतरनाक चट्टानें हैं। ऐसी ही एक चट्टान आज धरती के बेहद करीब आ रही है। नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी (JPL) ने एस्टरॉयड 2023 HL के लिए आज अलर्ट जारी किया है। यह 45 फीट की चट्टान है जो आज धरती के काफी करीब आने वाली है। यह एक बड़े मकान जितना भारी है। जब यह धरती के करीब से गुजरेगा तो दोनों के बीच की दूरी 5,190,000 किलोमीटर होगी, जो सबसे करीबी बिंदु होगा। नासा ने इसके ऑर्बिट को भी दिखाया है, जो कि धरती के बिल्कुल करीब से गुजर रहा है। देखें-
एस्टरॉयड 2023 HL आज धरती के बेहद करीब से गुजरने वाला है जिसका ऑर्बिट नासा ने इस इमेज के माध्यम से दिखाया है।
Photo Credit: NASA/JPL
एस्टरॉयड हमेशा ही खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन ग्रह का गुरुत्वाकर्षण यहां महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर एस्टरॉयड ज्यादा करीब आने पर ग्रह की ओर खिंच जाता है तो बड़ी तबाही आ सकती है।
एस्टरॉयड 2023 HL के लिए नासा ने ऐसी चेतावनी तो जारी नहीं की है, लेकिन फिर भी इसकी ट्रैकिंग की जा रही है। एस्टरॉयड्स सौरमंडल की रचना का इतिहास खोल सकते हैं। इसके लिए वैज्ञानिक इनके भौतिक और रसायनिक गुणों को गहरे से समझने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इनसे खतरा भी लगातार बना रहता है।