खतरे में धरती! आज 2 एस्‍टरॉयड आ रहे करीब, अगर टकराए तो…

Asteroid : एस्‍टरॉयड हमारी पृथ्‍वी से टकरा जाए, तो बड़ी तबाही ला सकता है।

खतरे में धरती! आज 2 एस्‍टरॉयड आ रहे करीब, अगर टकराए तो…

ज्‍यादातर एस्‍टरॉयड एक मुख्‍य एस्‍टरॉयड बेल्‍ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्‍पति ग्रह के बीच है।

ख़ास बातें
  • आज 2 एस्‍टरॉयड आ रहे पृथ्‍वी के करीब
  • संभावित रूप से खतरनाक की कैटिगरी में शामिल
  • वैज्ञानिक कर रहे एस्‍टरॉयड्स की मॉनिटरिंग
विज्ञापन
पृथ्‍वी को हर रोज एस्‍टरॉयड्स (Asteroids) की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को करीब 290 फुट की चट्टानी आफत धरती के करीब से गुजरी। आज यानी बुधवार को दो एस्‍टरॉयड हमारे ग्रह के करीब आ रहे हैं। इनमें से एक का आकार 59 फुट है, जबकि दूसरा 48 फुट का है। एस्‍टरॉयड हमारी पृथ्‍वी से टकरा जाए, तो बड़ी तबाही ला सकता है। वैज्ञानिकों अलग-अलग तकनीकों के जरिए इनकी मॉनिटरिंग करते हैं और किसी एस्‍टरॉयड पर तब तक नजर रखते हैं, जब तक वह पृथ्‍वी से बहुत दूर नहीं चला जाता। 

नासा जेपीएल की वेबसाइट के अनुसार, आज पृथ्‍वी के करीब आ रहे पहले एस्‍टरॉयड का नाम है- (2023 UZ3)। आकार में एक घर जितना बड़ा एस्‍टरॉयड जब पृथ्‍वी के सबसे करीब होगा, तो दोनों के बीच दूरी 10 लाख 30 हजार किलोमीटर रह जाएगी। आपको यह बहुत ज्‍यादा लग सकती है, लेकिन विशाल ब्रह्मांड के मुकाबले कुछ भी नहीं। 

अपोलो ग्रुप्‍स के एस्‍टरॉयड्स से संबंधित (2023 UZ3) को पृथ्‍वी के लिए संभावित रूप से खतरनाक माना गया है। हालांकि इसके हमारे ग्रह से टकराने की संभावना नहीं है। जो भी एस्‍टरॉयड 80 लाख किलेामीटर तक पृथ्‍वी के करीब आता है, उसे ‘संभावित रूप से खतरनाक' की कैटिगरी में रखा जाता है। 

आज पृथ्‍वी के नजदीक आ रहे दूसरे एस्‍टरॉयड का नाम है (2013 UV3)। यह भी एस्‍टरॉयड्स के अपोलो ग्रुप से संबंधित है और 56 लाख 20 हजार किलोमीटर की दूरी से होकर गुजरेगा। इसके भी पृथ्‍वी से टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन वैज्ञानिक इस चट्टानी आफत को तब तक मॉनिटर करेंगे, जबतक यह पृथ्‍वी से दूर नहीं चला जाता। 

ज्‍यादातर एस्‍टरॉयड एक मुख्‍य एस्‍टरॉयड बेल्‍ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्‍पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है। अबतक खोजे गए सभी एस्‍टरॉयड का कुल द्रव्‍यमान पृथ्‍वी के चंद्रमा से कम है।   

जब किसी एस्‍टरॉयड की खोज होती है, तो उसका नामकरण इंटरनेशनल एस्‍ट्रोनॉमिकल यूनियन कमिटी करती है। नाम कुछ भी हो सकता है, लेकिन साथ में एक नंबर भी उसमें जोड़ा जाता है जैसे- (99942) एपोफिस। कलाकारों, वैज्ञानिकों, ऐतिहासिक पात्रों के नाम पर भी एस्‍टरॉयड का नाम रखा जाता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. अब Google पर यह चेक कर पाएंगे कि फोटो AI से तैयार हुआ है या नहीं, जानें कैसे करें उपयोग
  2. Google का अनोखा TV रिमोट, घर में बल्ब की रोशनी से चार्ज होगा, कभी खत्म नहीं होगी बैटरी
  3. Jio का 365 दिनों तक 912.5GB डेटा, अनलिमिटिड 5G, कॉलिंग, JioHotstar फ्री Pro Google Gemini वाला धांसू प्लान
  4. Google जल्द ही ला रहा स्पैम से बचाव करने वाला फीचर, जानें सबकुछ
  5. Black Friday Sale: 10 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का फ्लैगशिप स्मार्टफोन
  6. भारत में Google Pixel में आया धांसू AI फीचर, चुटकी में पकड़ेगा स्कैम और फ्रॉड कॉल
  7. टेस्ला जल्द गुरूग्राम में शुरू करेगी पहला फुल सेंटर, सेल्स बढ़ाने की तैयारी
  8. क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए सायबर क्रिमिनल्स ने खपाई 600 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम, होम मिनिस्ट्री का खुलासा
  9. Vivo S50 Pro Mini में होगा Snapdragon 8 Gen 5 चिपसेट, अगले महीने लॉन्च
  10. न बैटरी बदलने की टेंशन, न चार्जिंग का झंझट! Google का नया TV रिमोट टेबल पर पड़े-पड़े होगा चार्ज
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »