वैज्ञानिकों ने हाल के वर्षों में डायनासोरों के कई जीवाश्मों की खोज की है। इससे उनके इतिहास को समझने में मदद मिल रही है। नई खोज में पता चला है कि आज के स्पेन में 12 करोड़ 20 लाख साल पहले एक लंबी गर्दन वाला विशालकाय डायनासोर घूमा करता था। वह गरुंबटिटन मोरेलेंसिस (Garumbatitan morellensis) नाम की प्रजाति से संबंधित डायनासोर था। इसके जीवाश्म की खोज मोरेला शहर के पास सेंट एंटोनी डे ला वेस्पा नाम की जीवाश्म साइट पर हुई।
नई खोज से वैज्ञानिकों को लंबी गर्दन वाले डायनासोरों के डेवलपमेंट को समझने में मदद मिलेगी। खोजा गया जीवाश्म डायनासोरों की हड्डियों के खास आकार के बारे में भी बताता है। यह संकेत देता है कि उस वक्त के डायनासोर बेहद शुरुआती नेचर के थे। जिस साइट पर जीवाश्म को खोजा गया, वहां कम से कम तीन डायनासोरों के हिस्से मिले हैं।
जूलॉजिकल जर्नल ऑफ द लिनियन सोसाइटी में
पब्लिश स्टडी में बताया गया है कि डायनासोर के जीवाश्म प्रारंभिक क्रेटेशियस काल (early Cretaceous period) के हैं। यह 6.6 करोड़ से 14.50 करोड़ साल पहले की बात रही होगी। जिस जीवाश्म को खोजा गया है वह सॉरोपोड्स डायनासोर कहलाता था, जोकि शाकाहारी था।
चार पैरों पर चलने वाले इस डायनासोर की गर्दन और पूंछ बहुत लंबी होती थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसी प्रजाति के कई डायनासोर ‘जी. मोरेलेंसिस टिटानोसॉर' ग्रुप से जुड़े थे और करीब 6.6 करोड़ साल पहले तक धरती पर मौजूद थे। कहा जाता है कि एक एस्टरॉयड पृथ्वी से टकराया, जिससे मचे विनाश ने इन डायनासोरों का अस्तित्व खत्म कर दिया।
हालांकि जी. मोरेलेंसिस कितना बड़ा डायनासोर था, यह अभी तय नहीं हो पाया है। वैज्ञानिक जान पाए हैं कि इस प्रजाति के डायनासोर की रीढ़ की हड्डी तीन फीट से ज्यादा चौड़ी थी और जांघ की हड्डी साढ़े छह फीट से अधिक लंबी थी। अनुमान है कि ये डायनासोर एक बास्केटबॉल कोर्ट जितने विशाल रहे होंगे।