दुनिया के सबसे सस्ते स्मार्टफोन के रूप में चर्चा में आने के बाद 251 रुपये का स्मार्टफोन अब विवादों के घेरे में है। विश्लेषकों का आरोप है कि यह फोन बनाने व लाने वाली कंपनी रिंगिंग बेल्स तो केवल अपनी प्रतिस्पर्धी एडकॉम के हैंडसेट को रीब्रांड यानी नाम बदलकर पेश कर रही है।
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फ्रीडम 251 के सारे स्पेसिफिकेशन)
विश्लेषकों का आरोप है कि रिंगिंग बेल्स के फ्रीडम 251 का डिजाइन एडकॉम के आइकन4 जैसा ही है जो कि 3,999 रुपये की कीमत के साथ पहले ही भारतीय बाज़ार में उपलब्ध है।
यही नहीं,
फ्रीडम 251 के ज्यादातर बने हुए ऐप के आइकन ऐप्पल के आइफोन से सीधे कॉपी किए गए हैं।
रिंगिंग बेल्स के एक कार्यकारी ने कहा कि विमोचन कार्य्रकम में पेश हैंडसेट नमूना मॉडल थे। उन्होंने कहा, ‘बाज़ार में बिकने वाले हैंडसेट की यह ब्रांडिंग नहीं होगी।’ वहीं एडकॉम के संस्थापक व चेयरमैन संजीव भाटिया ने संपर्क करने पर कहा कि रिंगिंग बेल्स ने कंपनी से खरीदे थे।
उन्होंने कहा, ‘कुछ हैंडसेट हमसे लिए गए। मैं इस बारे में और कुछ टिप्पणी नहीं कर सकता।’ उल्लेखनीय है कि कंपनी इतनी सस्ती कीमत पर स्मार्टफोन कैसे बेच पाएगी इसको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इंडियन सेल्युलर एसोसिएशन के अनुसार ऐसे उत्पाद के कच्चे माल की लागत ही कम से कम लगभग 2700 रुपये बैठती है।
एसोसिएशन ने दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र लिखकर इस मामले की तह तक जाने की अपील की है।
रिंगिंग बेल्स का कहना है कि फोन की विनिर्माण लागत लगभग 2500 रुपये होगी जिसे विभिन्न तरीकों से वसूला जाएगा।